मार्केट में मिल रही केमिकल वाली अदरक, जानें इसे घर में कैसे उगा सकते हैं आप
अदरक कई गुणों से भरपूर होती है, लेकिन आज के मिलावटी दौर में नकली अदरक भी बाजार में आने लगी है. अदरक एक जड़ वाली हर्ब है, लेकिन मार्केट में अब केमिकल वाली या नकली अदरक आने लगी है, जो देखने में तो मिलती-जुलती है, लेकिन इसके स्वाद के साथ ही गंध और पोषक तत्वों में फर्क होता है. ये आपकी सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकती है. बाजार से अदरक खरीद रहे हैं तो इसे थोड़ा सा चखकर और स्मेल से चेक करें. अदरक का स्वाद तीखा होता है. इसकी साथ असली अदरक में अंदर रेशे होते हैं, जबकि नकली में ऐसा नहीं होता है. बहुत ज्यादा साफ और चिकनी अदरक दिखे तो भी इसे नहीं खरीदना चाहिए, क्योंकि इसे केमिकल में धोया जाता है, जो काफी हार्मफुल हो सकता है. सबसे बेहतरीन तरीका है कि आप घर पर ही अदरक को ग्रो करें.
अदरक कई गुणों से भरपूर होती है, लेकिन आज के मिलावटी दौर में नकली अदरक भी बाजार में आने लगी है. अदरक एक जड़ वाली हर्ब है, लेकिन मार्केट में अब केमिकल वाली या नकली अदरक आने लगी है, जो देखने में तो मिलती-जुलती है, लेकिन इसके स्वाद के साथ ही गंध और पोषक तत्वों में फर्क होता है. ये आपकी सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकती है. बाजार से अदरक खरीद रहे हैं तो इसे थोड़ा सा चखकर और स्मेल से चेक करें. अदरक का स्वाद तीखा होता है. इसकी साथ असली अदरक में अंदर रेशे होते हैं, जबकि नकली में ऐसा नहीं होता है. बहुत ज्यादा साफ और चिकनी अदरक दिखे तो भी इसे नहीं खरीदना चाहिए, क्योंकि इसे केमिकल में धोया जाता है, जो काफी हार्मफुल हो सकता है. सबसे बेहतरीन तरीका है कि आप घर पर ही अदरक को ग्रो करें.
अदरक के पौधे आप अपनी बालकनी में गमलों में या फिर चौड़े कंटेनरों में लगा सकते हैं. अगर आपका किचन गार्डन बना हुआ है तो ये और भी बेहतर है. जमीन में अदरक का पौधा काफी अच्छा ग्रो होता है. फ्रेश सब्जियां या हर्ब्स स्वाद के साथ ही पोषक तत्व भी अच्छी मात्रा में देती हैं और ऑर्गेनिक होने की वजह से आपकी हेल्थ को नुकसान भी नहीं होता है. गार्डनिंग आपके मूड को भी बेहतर बनाती है. चलिए जान लेते हैं कि अदरक कैसे उगाएं और ये कितनी फायदेमंद है.
अदरक के फायदे
जिंजर यानी अदरक में जिंजरोल के अलावा शोगोल, जिंगबरेन और जिंगरोन जैसे कंपाउंड भी होते हैं. ये मांसपेशियों के दर्द को कम करना, इंसुलिन रिजस्टेंस को मैनेज करना जैसे फायदे करती है. इसके अलावा मितली-उल्टी से भी राहत दिला सकती है. खांसी-खराश, बुखार में दादी-नानी, मम्मी अदरक की चाय बनाकर भी देती हैं, जिससे काफी राहत मिलती है.
अदरक के न्यूट्रिएंट्स
यूनिवर्सिटी ऑफ रोचेस्टर मेडिकल सेंटर के मुताबिक, एक कप अदरक स्लाइस में 3.84 मिलीग्राम कैल्शियम, 10.32 मिलीग्राम मैग्नीशियम, 8.16 मिलीग्राम फास्फोरस, 99.6 मिलीग्राम पोटेशियम, 2.64 माइक्रोग्राम फोलेट होता है. इसके अलावा ये स्मॉल अमाउंट में आयरन, कॉपर, जिंक, मैगनीज, सेलेनियम, फाइबर, अलग-अलग तरह के कार्ब्स, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, फैटी एसिड्स से भरपूर होती है. जिंजरोल अदरक में मौजूद एक पावरफुल कंपाउंड है.
अदरक उगाने के टिप्स
सबसे पहले अदरक का करें चयन
अगर आपको घर में अदरक उगाना है तो इसके लिए मार्केट से सबसे पहले अदरक खरीदकर लानी होगी और इस दौरान ध्यान रखें कि आप असली और केमिकल फ्री अदरक ही चुनें. ये छूने में मोटी और ठोस होनी चाहिए, जिसपर लाइनें और गांठे बनी हुई हो, जो टिनी आइज जैसी दिखती हैं. आप ऑनलाइन अदरक के बीज भी ला सकते हैं, जिसमें आपको अलग-अलग प्रजातियों के हिसाब से अदरक मिल जाएगी.
अदरक के लिए मिट्टी और गमला
आप एक ऐसा गमला लें जो थोड़ा चौड़ा और मीडियम गहराई वाला हो साथ ही पानी की निकासी भी चेक कर लें. गमला कम से कम 12 इंच गहराई का तो होना ही चाहिए और चौड़ाई इसलिए जरूरी है क्योंकी पौधा लगाते वक्त उचित दूरी रखना जरूरी होता है. आप अलग-अलग गमलों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. अच्छी क्वालिटी की खाद चुनें, ऑल पर्पस कंपोस्ट खाद सही रहती है. मिट्टी की गुणवत्ता अच्छी हो तो 2 या 1 हिस्से खाद डालना सही रहता है और 3 हिस्से मिट्टी, लेकिन अगर मिट्टी की गुणवत्ता सही न हो तो कई बार दोनों को बराबर मात्रा में मिलाना पड़ता है.
बीज ट्रे में उगाएं पौधा
सबसे पहले एक बीज ट्रे को लेकर कम्पोस्ट खाद से भर दें और अदरक की जड़ लगानी है उसे खाद से कुछ सेंटीमीटर तक ढककर रख दें, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि कुछ टिनी आइज दिख रही हो, इससे अंकुरण होने में मदद मिलती है. बीज लगी ट्रे में सिर्फ नमी ही देनी होती है, बहुत ज्यादा पानी न डालें और ये पूरी तरह से सूखना भी नहीं चाहिए. जब अंकुरण हो जाए और उसमें से छोटे-छोटे पौधे निकलने लगे तो तैयार किए गए गमलों में ये रोप दें. दो पौधों में कम से कम 8 इंच की दूरी होनी चाहिए.
देखभाल के टिप्स
अदरक को बहुत ज्यादा धूप की जरूरत नहीं होती है. इसके लिए सुबह की धूप काफी होती है, इसलिए ऐसी जगह पर रखें जहां कुछ ही घंटे के लिए धूप आती हो.
गमले में पौधा लगाया है तो ध्यान रखें कि साथ में दूसरा कोई पौधा न लगाएं. इसी तरह से जमीन में भी इसे बड़ी जड़ वाले पौधों से दूरी पर ही लगाना सही रहता है.
मिट्टी में पानी जमा न होने दें, नहीं तो अदरक सड़ने लगती है. ये ध्यान रखें कि जब गमले की मिट्टी पूरी तरह सूख जाए तो इसे फिर से नम कर दें, लेकिन पौधा मुरझाना नहीं चाहिए.
आप 1 या 2 महीने में इसे हार्वेस्ट कर सकते हैं, लेकिन ये इस दौरान पूरी तरह से परिपक्व नहीं हो पाती है.
अदरक को हार्वेस्ट करने के लिए पौधे को उखाड़कर जड़ों से अदरक निकालकर धो लें और पोंछने के बाद नमी को सुखा लें. इस तरह ये चाय से लेकर करी तक में डालने के लिए तैयार हो जाएगी.