आरएमएल चिकित्सा उपकरण खरीद रिश्वत मामले में सीबीआई ने दो और लोगों को किया गिरफ्तार
नई दिल्ली, 9 मई (हि.स.)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने राम मनोहर लोहिया अस्पताल (आरएमएल) के चिकित्सा उपकरण खरीद रिश्वत मामले में दाे और लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें एक चिकित्सा उपकरण आपूर्तिकर्ता और एक नर्स है। सीबीआई ने इसकी जानकारी आज यहां दी।
सीबीआई के मुताबिक आज दो लोगों, बायोट्रोनिक कंपनी के सेल्स मैनेजर आकर्षण गुलाटी और नर्स शालू शर्मा को घूसखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इसके साथ गिरफ्तार लोगों की संख्या 11 हो गई। इसमें दो हृदय रोग विषेशज्ञ और तीन सहायक अस्पताल कर्मचारी शामिल हैं। इन्हें बुधवार को हिरासत में लिया गया था।
सीबीआई ने राम मनोहर लोहिया अस्पताल में रिश्वतखोरी के मामले में पहले दिन बुधवार को राम मनोहर लोहिया अस्पताल के प्रोफेसर अजय राज और सहायक प्रोफेसर पर्वत गौड़ा चन्नप्पागौड़ा को गिरफ्तार किया था। इन पर आरोप है कि इन्होंने आपूर्तिकर्ताओं से उपकरण और स्टंट उपयोग करने के एवज में रिश्वत ली।
इसके अलावा सीबीआई ने नागपाल टेक्नॉलाजी के नरेश नागपाल, भारती मेडिकल कालेज टेक्नालॉजीज के भरत सिंह दलाल, कैथ लैब के लिए काम कर रहे अबरार अहमद के साथ रजनीश कुमार, भुवाल जायसवाल, संजय कुमार को भी गिरफ्तार किया।
सीबीआई के मुताबिक भुवाल जयसवाल ने डाक्टरों से मिलवाने और संजय कुमार ने फर्जी प्रमाण पत्र के लिए रिश्वत ली। शालू और भुवाल जायसवाल पर कथित तौर पर एक व्यक्ति को धमकी देने, 20,000 रुपये नहीं देने पर गर्भवती पत्नी को अस्पताल से निकालने के आराेप में गिरफ्तार किया है।
सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक आकर्षण गुलाटी ने पर्वत गौड़ा चन्नप्पागौड़ा को माेनिका सिन्हा से मिलवाया और उन्हें रिश्वत की कुछ राशि यूपीआई और कुछ राशि का नकद भुगतान करने को कहा।
सीबीआई के मुताबिक चिकित्सा उपकरणों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए चन्नप्पागौड़ा को नागपाल टेक्नोलॉजी के चिकित्सा उपकरण आपूर्तिकर्ता नरेश नागपाल ने 2.48 लाख रुपये का भुगतान किया था। भारती मेडिकल टेक्नोलॉजीज के भरत सिंह दलाल ने यूपीआई का उपयोग करके प्रोफेसर अजय राज को रिश्वत दी थी।
हिन्दुस्थान समाचार/ बिरंचि सिंह/दधिबल