कांग्रेस का कैश कांड: भाजपा ने किया कांग्रेस मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन
नई दिल्ली, 09 दिसंबर (हि.स.)। सांसद धीरज साहू से लगभग 300 करोड़ रुपये बरामद होने पर कांग्रेस नेतृत्व की चुप्पी के विरोध में शनिवार को दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में भाजपा के हजारों कार्यकर्ताओं ने अकबर रोड पर प्रदर्शन किया। इस मौके पर वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि कांग्रेस सांसद के प्रतिष्ठानों पर अभी भी नोटों की काउंटिंग चल रही है और यह संख्या 300 करोड़ रुपये के ऊपर हो जायेगी। जिस भ्रष्टाचार की रीति को जवाहर लाल नेहरू ने शुरू किया था उसी रीति को राहुल गांधी भी आगे बढ़ा रहे हैं।
सचदेवा ने कहा कि बार-बार विपक्ष इस बात को दोहराता रहा है कि मोदी सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है लेकिन आज कांग्रेस को इसका जवाब मिल गया है कि जांच एजेंसियां ईमानदारी से अपना काम कर रही हैं और भ्रष्टाचारियों के ऊपर नकेल कसने का काम कर रही हैं। वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि मोदी की गारंटी है कि यह देश भ्रष्टाचारियों से मुक्त होगा। चौकीदार अपना काम ईमानदारी से कर रहा है और जितने चोर हैं एक-एक कर उनका खुलासा हो रहा है। हमारी मांग है कि धीरज साहू की सदस्यता राज्यसभा से निलंबित हो और कांग्रेस उन्हें पार्टी से बाहर करे।
सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि आज जब हम इस भ्रष्टाचारियों के कार्यालय के समक्ष खड़े हैं, इस वक्त भी नोट गिने जा रहे हैं और नोट गिनने की मशीन तक खराब गई हैं। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच प्रतिस्पर्धा चल रही है कि आखिर कौन कितना अधिक भ्रष्टाचार कर सकता है। जो पैसे बरामद हुए हैं, इसमें 2000 के नोट नहीं है। इससे साफ स्पष्ट है कि यह भ्रष्टाचार अभी हाल ही में किया गया है।
रमेश बिधूड़ी ने कहा कि राहुल गांधी देश जोड़ो यात्रा करके मोहब्बत की दुकान चला रहे थे और उनके ही सांसद इतने बड़े भ्रष्टाचार को अंजाम दिया। कांग्रेस की सरकार में भ्रष्टाचार अपने चरम पर था, इसलिए साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश की जनता ने मौका दिया। इस देश से भ्रष्टाचारियों को खत्म करने की मोदी से जो उम्मीद देश की जनता को थी, उन उम्मीदों पर आज वे खरा उतरे हैं।
विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि एक छोटे राज्य झारखंड में कांग्रेस ने सत्ता के सहारे इतना नकद पैसा एकत्र किया तो जनता समझ सकती है कि आज कर्नाटक जैसे राज्य में कांग्रेस नेता क्या कर रहे होंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/ विजयलक्ष्मी/दधिबल