भाजपा ने आम आदमी पार्टी से पूछे पांच सवाल, दिल्ली में संवैधानिक संकट पैदा करने का लगाया आरोप

 


नई दिल्ली, 28 मार्च (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आम आदमी पार्टी पर दिल्ली में संवैधानिक संकट पैदा करने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही भाजपा ने आम आदमी पार्टी से पांच सवाल पूछे हैं।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने गुरुवार को अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी से पांच सवाल सवाल करते हुए आतंकवादी संगठनों से जुड़े आम आदमी पार्टी के संबंधों के बारे में सवाल उठाया। उन्होंने पूछा कि आतिशी ने जो कागज़ मुख्यमंत्री केजरीवाल का पत्र कह कर दिखाया वह उनके पास कहां से आया ? किसने उन्हें वह पत्र दिया ? इसके साथ उन्होंने पूछा कि केजरीवाल कह रहे हैं कि वे जेल से सरकार चलाएंगे, क्या यह नैतिक रूप से सही है, वह दुनिया में किसी एक मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री का उदाहरण दिखाएं, जिसने जेल से सरकार चलाई हो ?

गुरुवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में वीरेन्द्र सचदेवा ने पूछा कि क्या जेल से सरकार चलाना प्रशासनिक रूप से संभव है और यदि जेल से सरकार चलाना नैतिक रूप से उचित है तो केजरीवाल बताएं कि उन्होंने अपने दो मंत्रियों सतेन्द्र जैन और मनीष सिसोदिया से इस्तीफा क्यों लिया ? पंजाब की राजनीति में कई बार अरविंद केजरीवाल का आतंकवादी संगठनों से जुड़े लोगों से संवाद सामने आया है, केजरीवाल या आम आदमी पार्टी उसका खंडन क्यों नहीं करते ? आम आदमी पार्टी अपने सांसद राघव चड्ढा की लंदन में खालिस्तान की वकालत करने वाली ब्रिटिश सांसद प्रीत कौर गिल से मुलाकात पर जवाब दें?

दिल्ली भाजपा के मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने प्रेसवार्ता में अरविंद केजरीवाल द्वारा दिए गए बयान का एक वीडियो क्लिप दिखाया जिसमें साफ तौर अरविंद केजरीवाल एक इंटरव्यू में कह रहे हैं कि गिरफ्तार ना करके यह जांच एजेंसियां नौटंकी कर रही हैं और अब जब जांच एजेंसियों ने आरोप और साक्ष्य रखकर केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है तो पूरी पार्टी गिरफ्तारी को नौटंकी बता कर गुमराह कर रही है।

मनोज तिवारी ने कहा कि आज केजरीवाल जेल के अंदर हैं तो उन्हें सीवर, जल और दवाइयों की याद आ रही है लेकिन सवाल यह है कि आखिर अरविंद केजरीवाल के मंत्रियों को जेल के अंदर से जानकारी कौन दे रहा है। उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश के लोगों ने सत्ता पर बैठाया अगर केजरीवाल को उन लोगों की चिंता होती तो यहां विकास कार्यों को रोकने की जगह वे इस्तीफा दे देते और जांच में सहयोग देते।

हिन्दुस्थान समाचार/ विजयलक्ष्मी/दधिबल