पश्चिम बंगाल की चार विधानसभा सीटों पर 10 लाख मतदाता, क्या है राजनीतिक समीकरण

 

कोलकाता, 9 जुलाई (हि.स.)। पश्चिम बंगाल की चार विधानसभा सीटों पर बुधवार को उपचुनाव होने जा रहे हैं, जिसमें बीजेपी और टीएमसी आमने-सामने होंगी। बीजेपी जहां तीन सीटों पर अपने लोकसभा चुनाव की बढ़त का फायदा उठाने की कोशिश कर रही है, वहीं टीएमसी अपनी हालिया चुनावी सफलता को भुनाना चाहती है।

तीन सीटें - मानिकतला, राणाघाट दक्षिण, और बागदा - दक्षिण बंगाल में स्थित हैं, जबकि चौथी सीट, रायगंज, उत्तर बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले में है। मानिकतला सीट टीएमसी के पास थी, लेकिन पूर्व मंत्री साधन पांडे के निधन के बाद खाली हो गई थी।

बीजेपी ने 2021 के विधानसभा चुनावों में राणाघाट दक्षिण और बागदा सीटें जीती थीं, लेकिन इनके विधायक बाद में टीएमसी में शामिल हो गए। टीएमसी ने मानिकतला से साधन पांडे की पत्नी सुप्ती पांडे को उम्मीदवार बनाया है।

रायगंज से कृष्णा कल्याणी, बगदा से विश्वजीत दास और राणाघाट दक्षिण से मुकुट मणि अधिकारी ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए अपने पदों से इस्तीफा दिया था।

टीएमसी ने बागदा में मतुआ बहुल क्षेत्र से पूर्व सांसद ममता बाला ठाकुर की बेटी मधुपर्णा ठाकुर को उम्मीदवार बनाया है। बीजेपी ने मानिकतला से अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष कल्याण चौबे, राणाघाट दक्षिण से मनोज कुमार विश्वास, बगदा से बिनय कुमार विश्वास और रायगंज से मानस कुमार घोष को उम्मीदवार बनाया है।

हाल के लोकसभा चुनावों में टीएमसी ने राज्य की 42 सीटों में से 29 सीटें जीती हैं, जिससे उनका आत्मविश्वास ऊंचा है।

बीजेपी, जिसने लोकसभा चुनावों में 12 सीटें जीती थीं, उम्मीद कर रही है कि वे बागदा, राणाघाट दक्षिण, और रायगंज सीटों पर फिर से जीत हासिल कर सकते हैं।

लेफ्ट फ्रंट और कांग्रेस भी मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। सीपीआई(एम) ने राणाघाट दक्षिण से अरिंदम विश्वास और मानिकतला से राजीव मजूमदार को उम्मीदवार बनाया है। फॉरवर्ड ब्लॉक ने बागदा से गोरादित्य विश्वास को, जबकि कांग्रेस ने रायगंज से मोहित सेनगुप्ता को उम्मीदवार बनाया है।

चुनाव आयोग ने निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत सुरक्षा उपाय किए हैं। रायगंज, राणाघाट दक्षिण, बगदा और मानिकतला के 1,097 मतदान केंद्रों पर लगभग 70 कंपनियों की केंद्रीय बल तैनात की जाएगी। इन चार विधानसभा क्षेत्रों में लगभग 10 लाख मतदाता हैं। मतगणना 13 जुलाई को होगी।

हिन्दुस्थान समाचार / ओमप्रकाश सिंह / Santosh Madhup