भीम आर्मी का भोपाल में शक्ति प्रदर्शन, चंद्रशेखर रावण ने किया मप्र विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान
- राष्ट्रीय प्रमुख चंद्रशेखर रावण बोले, मध्य प्रदेश में बनाएंगे आदिवासी मुख्यमंत्री
भोपाल, 12 फरवरी (हि.स.)। जातिगत जनगणना, प्रमोशन में आरक्षण समेत विभिन्न मांगों को लेकर भीम आर्मी ने राजधानी भोपाल में रविवार को बड़ा शक्ति प्रदर्शन किया। यहां भेल दशहरा मैदान पर आयोजित महासम्मेलन में प्रदेशभर से भीम आर्मी के हजारों कार्यकर्ता के साथ-साथ जय युवा आदिवासी संगठन (जयस), ओबीसी महासभा, गोडवाना गणतंत्र पार्टी और आजाद समाज पार्टी के लोग भी इसमें शामिल हुए। दोपहर करीब ढाई बजे भीम आर्मी के राष्ट्रीय प्रमुख चंद्रशेखर रावण (आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद) सभास्थल पर पहुंचे।
उन्होंने विशाल सभा को संबोधित करते हुए मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव का एलान किया। उन्होंने कहा कि चुनाव तक ऐसी कम से कम पांच यात्राएं होंगी। यह यात्रा का पहला चरण है। हर यात्रा के बाद दोगुने सैलाब के साथ आएंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एमपी में रविदास मंदिर के लिए 100 करोड़ रुपये की घोषणा की। उन्होंने ऐसी ही घोषणा की थी उज्जैन में 50 लाख रुपये की, क्यों नहीं दिए अब तक? इन घोषणाओं से पेट नहीं भरेगा, हम इनसे थक चुके हैं। हम दलित, पिछड़े, आदिवासी भी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। आगे का कदम सत्ता के लिए होगा। संविधान का राज चलेगा, सारा बहुजन साथ चलेगा।
चंद्रशेखर ने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि एक महीने में मांगें पूरी नहीं हुईं, तो दोबारा इससे भी बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा। इतना बड़ा प्रदर्शन होगा कि हो सकता है कि रैली के बाद मंच पर बैठे नेताओं को भाजपा जॉइन करा लें। पहली बार प्रदेश में हम आदिवासी मुख्यमंत्री बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि 52 फीसदी ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण क्यों, पूरा 52 फीसदी मिलना चाहिए। दो अप्रैल 2018 के जो मुकदमे शेड्यूल ट्राइब पर हुए हैं, उसे वापस लें। स्कूल अथिति शिक्षकों और आशा कार्यकर्ताओं को नियमित किया जाना चाहिए। कोरोनाकाल में काम करने वाले कर्मचारियों को नियमित करना चाहिए। निजीकरण के नाम पर सरकारी संस्थाओं को बेचने का काम बंद होना चाहिए। निजीकरण के सहारे आरक्षण को खत्म करने का खेल खत्म हो जाना चाहिए। पुलिस डिपार्टमेंट में वीकली ऑफ लागू किया जाए। पुरानी पेंशन लागू की जाए। किसी सफाई कर्मचारी की सीवर में जान जाती है, तो उसके परिवार को एक करोड़ की राशि और एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए।
भीम आर्मी एकता मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन सिंह ने कहा कि हमारी मांगें बहुत सारी हैं। आज समाज की न्याय यात्रा का समापन भी है। हम यह बता रहे हैं कि अगर हमारे अधिकार को कोई छीनेगा तो हम अपने आपको इस तरह के संवैधानिक आंदोलन में बदलेंगे। शासन-प्रशासन को बताएंगे कि यह लोकतांत्रिक देश है।
प्रदर्शन में आए सरजीत सिंह ने कहा कि मैं उत्तर प्रदेश सरकार में जाट कमिश्नर के पद पर था। मैंने इस्तीफा दे दिया है। बहुजन समाज की लड़ाई में आ गया हूं। हमारा लक्ष्य इस देश में बहुजन की सरकार बनाना है। कुछ लोगों को लगता है कि हिंदू राष्ट्र बना लेंगे, तो यह उनकी गलतफहमी है। देश संविधान से चलेगा। एक भी दलित, एससी/एसटी, ओबीसी, मुसलमानों को कोई भी परेशानी हुई तो हम ईंट से ईंट बजा देंगे।
भेल दशहरा मैदान पर आयोजित जनसभा में भीम आर्मी के अलावा जय युवा आदिवासी संगठन (जयस), ओबीसी महासभा, गोडवाना गणतंत्र पार्टी और आजाद समाज पार्टी के लोग भी इसमें शामिल हुए। यह प्रदर्शन जातिगत जनगणना कराने, प्रदेश सरकार से प्रमोशन में आरक्षण का कानून बनवाने, आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करवाने जैसी 15 से ज्यादा मांगों को लेकर था।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश