श्रील प्रभुपाद की 150वीं जयंती पर आठ फरवरी को दिल्ली में होगा विश्व वैष्णव सम्मेलन
नई दिल्ली, 29 जनवरी (हि.स.)। श्रील प्रभुपाद की 150वीं जयंती पर आठ फरवरी को गौड़ीय मिशन (श्री गौड़ीय मठ) दिल्ली के प्रगति मैदान में स्थित भारत मंडपम में विश्व वैष्णव सम्मेलन-2024 का आयोजन करेगा। गौड़ीय मिशन सारी दुनिया में श्री चैतन्य महाप्रभु के उपदेशों को फैलाने के लिए सतत प्रयासरत है। आयोजन की शुरुआत छह फरवरी से होगी। यह जानकारी गौड़ीय मिशन के अध्यक्ष भक्ति सुंदर संन्यासी महाराज ने एक विज्ञप्ति में दी।
उन्होंने बताया कि यह उत्सव अधिवास महोत्सव के साथ शुरू होगा। तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में नगर कीर्तन का भी आयोजन होगा। विश्व वैष्णव सम्मेलन के दौरान आध्यात्मिक विचार-मंथन, श्रील प्रभुपाद पर सिक्का और डाक टिकट जारी किया जाएगा। इस दौरान श्री हरिनाम संकीर्तन भी होगा। विश्व वैष्णव सम्मेलन का हृदय श्रील भक्ति सिद्धांत सरस्वती गोस्वामी प्रभुपाद की गहन विरासत में है। उनका जीवन और उपदेश दुनियाभर में लाखों लोगों को प्रेरित करता है।
भक्ति सुंदर संन्यासी महाराज ने कहा है कि श्रील प्रभुपाद की साहित्यिक कृतियों में विभिन्न पत्रिकाओं में 250 से अधिक लेख, 144 प्रकाशित पत्र, बंगाली और संस्कृत में नौ पारंपरिक वैष्णव ग्रंथ, श्री चैतन्य महाप्रभु की मुख्य जीवनी के अलावा भारतीय खगोल विज्ञान पर पुस्तकें और अन्य लेख शामिल हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/ अनूप/दधिबल