कांग्रेस पार्टी नहीं, विदेशियों का एक गुट है : सुब्रमण्यम स्वामी

 






सुब्रमण्यम स्वामी ने कांची कामकोटी पीट के शंकराचार्य विजेन्द्र सरस्वती से लिया आशीर्वाद

-मुझे श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया गया : सुब्रमण्यम स्वामी

अयोध्या,31 अक्टूबर (हि.स.)। राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने मंगलवार को राम नगरी के प्रमोदवन में कांचीकामकोटी पीठ के शंकराचार्य विजेंद्र सरस्वती से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।

कांग्रेस पार्टी नहीं, विदेशियों का एक गुट है : सुब्रमण्यम स्वामी

मीडिया से वार्ता के दौरान सुब्रमण्यम स्वामी ने कांग्रेस पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि वह पार्टी नहीं है, बल्कि विदेशियों का एक गुट है। कांग्रेस पार्टी में बाकी सबलोग गुलाम के जैसे हैं। कांग्रेस पार्टी को पार्टी नहीं माना जा सकता। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी का तब-तक कोई भविष्य नहीं है, जब तक नेहरू परिवार की छुट्टी नहीं हो जाती। उन्होंने आई.एन.डी.आई गठबंधन पर कहा कि वहां अभी से ही रोज लड़ाई चल रही है। टिकट बंटने के बाद इस गठबंधन पर प्रतिक्रिया दी जा सकती है।

उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट में हमने तर्क दिया था कि राम मंदिर पर हमारे मूलभूत अधिकार हैं। जहां राम पैदा हुए वह हिंदुओं के लिए आस्था की जगह है। राम मंदिर देश के लिए सौभाग्य का विषय है। उन्होंने पत्रकारों के एक सवाल पर कहा कि अभी मुझे श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण नहीं मिला है।

सुब्रमण्यम स्वामी ने प्राण प्रतिष्ठा पर राजनीतिकरण करने वाले लोगों के सवाल पर कहा कि राम मंदिर से जुड़े हुए लोगों एवं वरिष्ठ संन्यासियों को इस पर प्रतिक्रिया देना चाहिए। राम मंदिर के लिए अशोक सिंघल जी की इच्छा थी। उन्होंने विश्व हिंदू परिषद की एक बैठक में अपील किया था कि 'रामसेतु को बचाने वाले सुब्रमण्यम स्वामी राम मंदिर को भी बनाएंगे।

उन्होंने बताया कि राम मंदिर के मामले पर सुप्रीम कोर्ट को एक नया आयाम दिखाया। जहां प्रभु राम पैदा हुए हों, यह हमारी आस्था है, इसको चुनौती नहीं दी जा सकती। प्रभु श्रीराम के जन्म स्थल को अयोध्या के अलावा और कहीं नहीं कहा जा सकता, इसलिए हिंदुओं को वह मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि मस्जिद का निर्माण कहीं भी हो सकता है, क्योंकि मस्जिद केवल नमाज पढ़ने की जगह है। बताया कि हमारी इस तर्क को सुप्रीम कोर्ट ने माना और हम जीते।

केरल धमाके पर बोले 'इसके पीछे आतंकवादी और विदेश से प्रेरणा लेने वाले लोग हैं'

केरल धमाके पर सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देश में ऐसी हो रही है घटनाओं के पीछे आतंकवादी और विदेश से प्रेरणा लेने वाले लोग हैं। देश को आतंकवादियों से मुक्त कराने के लिए हमें एकजुट होकर काम करना चाहिए। आतंकवादी मामले पर हम ढीले हैं। चीन ने हमारी जमीन ले ली, हमने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। पाकिस्तान अभी भी कश्मीर को लेकर बैठा है। ऐसे देशों से नेतृत्व को सीधा टक्कर लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि इजराइल के तर्ज पर भारत को कार्य करना चाहिए। उन्होंने केन्द्र सरकार पर अप्रत्यक्ष हमला करते हुए कहा कि वह मेरे बयान को अखबार में छपने नहीं देते, टीवी मीडिया पर भी चलाने में अड़चन पैदा करते हैं। मैं भाजपा में हूं लेकिन हमारे मतभेद हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/पवन पाण्डेय

/राजेश