मुख्यमंत्री ने अयोध्या में 1,090 करोड़ की 411 विकास परियोजनाओं का किया लोकार्पण व शिलान्यास

 






























अयोध्या, 14 मार्च (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अयोध्या में 1,090 करोड़ की 411 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विराट किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी के समापन समारोह में भी शामिल हुए। साथ ही उन्होंने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र एवं चयन पत्र वितरित किया।

मुख्यमंत्री ने स्थानीय राजकीय इंटर कॉलेज में आयोजित जनसभा में सपा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सपा और कांग्रेस न आस्था का सम्मान करते हैं, न आजीविका की व्यवस्था कर सकते हैं। न तो गरीब को अन्न दे सकते हैं, न आवास, न दवाई, न पढ़ाई की व्यवस्था ही कर सकते हैं। न तो बेटियों और व्यापारियों को सुरक्षा ही दे सकते हैं। ऐसे में हमें भी इन्हें सिर पर बोझा बनाकर ढोने के लिए मजबूर नहीं होना चाहिए, इस बोझ को उतारकर देश से बाहर फेंक देना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 जनवरी से लेकर 10 मार्च तक एक करोड़ श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए। यह प्रभु की ही कृपा है कि चहुंओर शांति और सौहार्दपूर्ण तरीके से सुगम एवं सुरक्षित दर्शन-पूजन का कार्यक्रम चल रहा है। यही नहीं अयोध्या वासियों ने भी आतिथि सेवा का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है। आज अयोध्या का नाम पूरी दुनिया में गूंज रहा है। कुछ लोग कहा करते थे कि यहां परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा, अब तो एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर चुके हैं।

उन्होंने कहा कि अयोध्या को दुनिया की सुंदरतम नगरी के रूप में स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने जनता से पूछा कि क्या सपा या कांग्रेस की सरकार होती तो एयरपोर्ट, 4 लेन, 6 लेन सड़कें बन पातीं, क्या प्रदेश में सुरक्षित माहौल बन पाता। आज अगर पूरी दुनिया अयोध्या आने के लिए उतावली दिख रही है, तो क्या सपा और कांग्रेस के कारण? मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी को अपना जन्म और जीवन धन्य मानना चाहिए। अयोध्या 32 हजार करोड़ से अधिक के कार्यों से विकास के नये मार्ग पर बढ़ रही है। यहां नई उड़ान सेवाएं शुरू हो रही हैं, नये होटल, रेस्टोरेंट खुल रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपोत्सव को कुछ लोग औपचारिकता कहते थे, मगर हमने तब कहा था कि ये अयोध्या में भगवान श्रीराम के आगमन के पहले की तैयारी है। उन्होंने अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह की प्रशंसा करते हुए अयोध्या वासियों से उनके लिए वोट की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राम पथ, भक्ति पथ और धर्म पथ के साथ ही यहां मल्टीलेवल पार्किंग की किसी ने भी कल्पना नहीं की थी। हम सूर्य वंश की इस राजधानी को सोलर सिटी के रूप में डेवलप कर रहे हैं। यहां 40 मेगावाट के पैनल लगाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री का संकल्प 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने का है। इसके लिए विकसित यूपी और विकसित यूपी के लिए भी विकसित अयोध्या का निर्माण करना होगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि बहुत जल्द सरकार फैमिली आईडी शुरू कर रही है, जिससे छूटे हुए लोगों को योजनाओं का लाभ देने में आसानी होगी। यही रामराज्य है। उन्होंने कहा कि प्रभु अपना सारा काम कराते हैं, माध्यम कोई न कोई बन ही जाता है।

इन परियोजनाओं का हुआ लोकार्पण-

मुख्यमंत्री ने बिगिनियापुर एवं हंसराजपुर समगढ़ा के मध्य गोमती नदी के बिगिनियापुर घाट पर सेतु, पहुंच मार्ग, सुरक्षात्मक कार्य, 40 मेगावाट का सोलर पावर प्रोजेक्ट, ग्रामसभा-साहसीपुर से तिवारीपुर होते हुए धारूपुर संपर्क मार्ग, दर्शननगर-रसूलाबाद-ऐमीघाट मार्ग के किमी 1 से 13 तक नवीनीकरण, महराजगंज, हैदरगंज, रुदौली एवं रौनाही थाने में हॉस्टल, बैरक एवं विवेचना कक्ष, कस्तूरबा गांधी विद्यालय, सोहावल में 100 बेड का छात्रावास, बिल्हर घाट-ऐमी घाट-तारुन-गोसाईगंज मार्ग का किमी 1 से 12 तक नवीनीकरण, जलालपुर रामपुर भगन-तारुन अहिरौली मार्ग का नवीनीकरण, 60 ग्राम पंचायतों में ग्रामीण पेयजल परियोजना, मां कामाख्या नगर पंचायत कार्यालय भवन, मां कामाख्या, भरतकुंड-भदरसा, कुमारगंज, गोसाईगंज एवं रुदौली नगर पंचायत में एम.आर.एफ. सेंटर का लोकार्पण किया।

इन परियोजनाओं का शिलान्यास-

मुख्यमंत्री ने सरयू नदी जलापूर्ति स्रोत से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट परियोजना का फेज-1, अमृत-2.0 के अंतर्गत नगर पालिका परिषद रुदौली पेयजल पुनर्गठन परियोजना, 12 हजार वर्गफुट पर पुलिस प्रशासनिक भवन/कंट्रोल रूम, श्री रामकथा पार्क में नवीन पर्यटक आवास गृह, रायबरेली-अयोध्या मार्ग नाका हाई-वे से नाका चुंगी तक 4 लेन चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण, भक्तिपथ से श्रीराम जन्मभूमि पथ तक वाया हनुमान गढ़ी मार्ग, 40 मेगावाट का सोलर पावर प्रोजेक्ट, राजर्षि दशरथ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में नर्सिंग कॉलेज का शिलान्यास किया।

हिन्दुस्थान समाचार/पवन पाण्डेय/आमोदकांत