सेना प्रमुख पहुंचे पुंछ सेक्टर, कमांडरों से ली मौजूदा जमीनी हालातों की जानकारी

 


- वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने सेना प्रमुख को आतंकवाद विरोधी अभियानों के बारे में बताया

- सीमा पर तैनात जवानों को पेशेवर तरीके से ऑपरेशन चलाने के लिए प्रोत्साहित किया

जम्मू, 25 दिसंबर (हि.स.)। पुंछ में सेना के वाहनों पर आतंकवादी हमले के बाद जम्मू संभाग में मौजूदा सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे सोमवार को राजौरी पहुंचे हैं। सेना प्रमुख ने राजौरी में जमीनी स्थिति की समीक्षा की। सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें आतंकवाद विरोधी अभियानों और सुरक्षा ग्रिड मजबूत करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी।

सीमावर्ती जिले पुंछ के सूरनकोट इलाके में डेरा की गली और बुफलियाज़ के बीच एक तीखे मोड़ पर गुरुवार को सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर किए गए आतंकी हमले में पांच सैनिक बलिदान हो गए थे। इसी के बाद से पुंछ में आतंकवादियों का पता लगाने के लिए व्यापक तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। मौजूदा स्थिति का जायजा लेने के लिए सेना प्रमुख सोमवार को जम्मू पहुंचे। बाद में सुरक्षाबलों की परिचालन तैयारियों और मौजूदा सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए राजौरी-पुंछ सेक्टर के लिए रवाना हुए।

राजौरी पहुंचकर सेना प्रमुख ने जमीनी स्थिति की समीक्षा की। सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें आतंकवाद विरोधी अभियानों और सुरक्षा ग्रिड मजबूत करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी। जनरल मनोज पांडे ने पुंछ सेक्टर का दौरा किया और उन्हें मौजूदा सुरक्षा स्थिति के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने जमीन पर कमांडरों के साथ बातचीत की, उन्हें सबसे पेशेवर तरीके से ऑपरेशन चलाने और सभी चुनौतियों के खिलाफ दृढ़ और स्थिर रहने के लिए प्रोत्साहित किया।

उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल संदीप जैन और वरिष्ठ नागरिक प्रशासन और पुलिस अधिकारी आतंकवाद विरोधी अभियान और कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने तथा निगरानी के लिए राजौरी और पुंछ के जुड़वां जिलों में डेरा डाले हुए हैं।

अधिकारियों ने कहा कि घटनास्थल के पास बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान जारी है, जिसमें सूरनकोट और पास के राजौरी जिले के थानामंडी जंगल शामिल हैं। पुंछ और राजौरी में लगातार तीसरे दिन मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद है। गुरुवार को घात लगाकर किए गए हमले के कुछ ही घंटों के भीतर तीन नागरिकों की मौत के बाद शनिवार तड़के सेवाएं निलंबित कर दी गईं थी।

हिन्दुस्थान समाचार/बलवान/सुनीत /सुनीत