असम राइफल्स ने म्यांमार सेना के 43 सैनिकों भेजा वापस
आइजोल, 14 नवंबर (हि.स.)। असम राइफल्स ने मिजोरम में घुसे म्यांमार सेना के 43 सैनिकों को आज वापस म्यांमार भेज दिया। उल्लेखनीय है कि म्यांमार सेना के 39 सैनिक ने बीती रात जान बचाकर मिजोरम में घुस आए थे। जबकि 4 अन्य सैनिक आज सुबह मिजोरम में घुस आए थे। उन्हें म्यांमार के हनाहलान गांव वापस भेजने से पहले ज़ोखावथार थाने में रखा गया था।
बाद में गृह मंत्रालय के कथित निर्देश के अनुसार उन्हें असम राइफल्स को सौंप दिया गया था। म्यांमार के सैनिकों को पहले चंफाई जिले के हनाहलन गांव में स्थानांतरित किया गया। बाद में भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर द्वारा म्यांमार वापस भेज दिया गया।
एक रिपोर्ट के अनुसार म्यांमार के इन 42 सैनिकों को आज दोपहर करीब एक बजे उनके देश को सौंप दिया गया। जबकि, एक सैनिक को उसकी चोट के कारण रिमांड पर लेकर चंफाई जिला अस्पताल में इलाज के लिए रखा गया है।
सीडीएफ हुआलंगोरम जनरल सेक्रेटरी के अनुसार, म्यांमार आर्मी कैंप फ्लश-आउट ऑपरेशन चिन नेशनल आर्मी और सीडीएफ हुआलंगोरम द्वारा शुरू किया गया था।
उल्लेखनीय है कि म्यांमार की चिन नेशनल आर्मी (सीएनए) नामक जातीय सशस्त्र संगठन ने अपने देश की सेना के साथ झड़पों के बीच पश्चिमी राज्य म्यांमार के सीमावर्ती शहर पर पूर्ण नियंत्रण कर लिया है।
सीएनए ने चिन राज्य के फलाम टाउनशिप में स्थित एक उप-शहर रिखावदार पर पूर्ण नियंत्रण हासिल करते हुए भारत-म्यांमार सीमा पर अपनी पकड़ बढ़ा दी है।
चिन नेशनल आर्मी और उसके सहयोगी बलों ने 13 नवंबर को भारत-म्यांमार सीमा पर झड़पों के बाद कई सैनिकों और सुरक्षा बलों को जिंदा गिरफ्तार कर लिया है। जबकि, कई सैनिकों को मार डाला गया।
इस बीच, नागरिकों सहित अनेक घायलों को मिजोरम के चंफाई जिला अस्पताल ले जाया गया। जबकि एक नागरिक ने ज़ोखावथार से अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया।
स्थानीय सूत्रों ने दावा किया है कि म्यांमार सेना के दोनों शिविरों में लगभग 60-60 सैन्यकर्मी थे। रिपोर्टों में कहा गया है कि म्यांमार सेना के अधिकांश कर्मियों को मार डाला गया।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीप्रकाश/अरविंद/आकाश