कांग्रेस का शीर्ष से लेकर स्थानीय नेतृत्व तक हार से डरा है: अनुराग ठाकुर

 


हमीरपुर, 3 मई (हि.स.)। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व से लेकर स्थानीय नेतृत्व तक हार से डरा है। हार के डर से राहुल गांधी कभी अमेठी, वायनाड तो कभी रायबरेली का रुख कर रहे हैं।

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर यहां शुक्रवार को हमीरपुर के सुजानपुर मंडल में आयोजित पन्ना प्रमुख सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इन चुनावों में पूरी तरह से हताश और निराश दिख रही है। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से लेकर स्थानीय नेतृत्व तक में अंदर हार का डर बैठ गया है। उन्होंने कहा कि डरो मत के नारे के साथ भाषण करने की शुरुआत करने वाले राहुल गांधी आज हार के डर से कभी अमेठी से वायनाड और कभी वायनाड से रायबरेली जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि न्याय की बात करने वाली प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस में खुद अन्याय हुआ है। क्योंकि उनके पति रॉबर्ट वाड्रा रायबरेली से टिकट मांग रहे थे। प्रियंका का स्वयं भी रायबरेली से चुनाव लड़ने के लिए नाम सामने आ रहा था। अब वायनाड से हार देख कर राहुल गांधी रायबरेली पहुंचे हैं। राहुल गांधी जितना मर्ज़ी भाग लें, उनकी दोनों जगह से हार निश्चित है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के शीर्ष में भी सब कुछ ठीक नहीं है।

कर्नाटक के जेडीएस नेता रेवन्ना से संबंधित सवाल के जवाब में केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि जब कांग्रेस को उसके बारे में पता था तो समय रहते कार्रवाई क्यों नहीं की। कानून व्यवस्था हमेशा राज्य सरकार की जिम्मेदारी होती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित कर्नाटक में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। हाल में ही जब एक कांग्रेस काउंसलर की बेटी की बेरहमी से हत्या की गई तब भी वहां की कांग्रेस सरकार ने वोट बैंक और तुष्टीकरण के चलते कोई कार्रवाई नहीं की।

ठाकुर ने कहा कि हमें फर्क नहीं पड़ता कि हमारे सामने विपक्षी उम्मीदवार कौन है। हम अपने विकास के ट्रैक, रिकार्ड, मुद्दों और विचारधारा पर चुनाव लड़ते हैं। वर्ष 2014 और वर्ष 2019 की तरह हिमाचल प्रदेश की जनता चारों की चारों सीटों पर भाजपा को जिताएगी और मोदी को तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनाएगी।

ठाकुर ने कहा कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में आज में 300 बेड का मेडिकल कॉलेज अस्पताल लगभग तैयार हो चुका है। यहां कक्षाएं 3- 4 साल पहले से ही चालू हैं। किसने सोचा था कि एक ही संसदीय क्षेत्र में एम्स भी होगा, पीजीआई भी होगा, दो-दो मेडिकल कॉलेज होंगे, केंद्रीय विद्यालय भी होंगे, केंद्रीय विश्वविद्यालय भी होगा, ट्रिपल आईटी भी होगा, एनआईटी भी होगा, हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज भी होगा, हर जिले में फोरलेन हाईवे होगा और वंदे भारत ट्रेन भी होगी।

हिन्दुस्थान समाचार/सुनील/सुनील