वाराणसी : अंकिता वर्मा ने मेंहदी से भगवान राम का चित्र बनाया, वर्ल्ड ग्रेटेस्ट रिकॉर्ड में नाम दर्ज

 


- पहले भी प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर चावल के दाना से बनाया था

वाराणसी, 19 जनवरी (हि.स.)। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ललित कला विभाग की पूर्व छात्रा अंकिता वर्मा ने मेंहदी से भगवान राम की आकृति उकेरी है। अंकिता की कृति वर्ल्ड ग्रेटेस्ट रिकॉर्ड में दर्ज हुई है। शुक्रवार को इस चित्र का विमोचन काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने किया और अंकिता का जमकर उत्साह बढ़ाया। विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के ललित कला विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ सुनील कुमार विश्वकर्मा ने अंकिता को प्रमाण पत्र एवं मेडल भी दिया।

अंकिता वर्मा ने पिछले साल ही बहुत लगन के साथ बिना रंग, कलम पेंसिल के हाथों में रचने वाली मेंहदी का घोल तैयार किया। इसके सूखने के उपरांत मेंहदी धरातल से छूटे नहीं घोल में लिक्विड का प्रयोग कर कोन बना भगवान का आकृति बनाया। विश्वविद्यालय में परीक्षा एवं शीत लहर के कारण विमोचन में इंतजार करना पड़ा।

अंकिता बताती हैं कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्य और उनके विचारों से प्रभावित होकर इस कार्य को पूरा किया। कार्य के लिए बहुत पहले से ही मन बना लिया था। 4 फिट लंबे और 2 फिट चौड़े डब्ल्यू पीसी बोर्ड पर लगातार कुल 3 घंटे 24 मिनट के समय में सितम्बर 2023 में ही इस कार्य को कड़ी मेहनत के साथ पूरा किया। अंकिता वर्मा इसके पहले 25001 राम नाम लिखित चावल के दानों से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का चित्र बनाया था और अपना नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड इंडिया में दर्ज कराया था। अंकिता की इच्छा है कि वह अपने हाथों से चित्रित प्रधानमंत्री मोदी का चित्र उन्हें भेंट करें। अंकिता स्वयं को बहुत सौभाग्य शाली मानती है कि राम नगरी अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के कार्य के पहले भगवान की आकृति मेंहदी से तैयार की।

अंकिता वर्मा मूलतः गाजीपुर की रहने वाली है। बनारस में रहकर ही अपनी शिक्षा-दीक्षा पूर्ण की। अंकिता बनारस शहर के साथ ही अपने मूल स्थान गाजीपुर और अपने गांव परिवार का भी नाम रोशन कर रही हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर/प्रभात