भावी पीढ़ियों के समग्र स्वास्थ्य और पोषण को सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है केन्द्र सरकार : अन्नपूर्णा देवी

 


नई दिल्ली, 24 सितंबर (हि.स.)। महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने मंगलवार को 'कुपोषण मुक्त झारखंड' कार्यक्रम में पोषण संबंधी उत्कृष्टता की वकालत करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार भावी पीढ़ियों के समग्र स्वास्थ्य और पोषण को सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मंगलवार को कोडरमा में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित कुपोषण मुक्त झारखंड कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही थीं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश भर में 13.95 लाख आंगनबाड़ी केंद्रों में वृक्षारोपण को बढ़ावा दिया गया। एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत 50 लाख से अधिक पौधे लगाए गए। झारखंड के सभी 24 जिलों में 12.53 लाख से अधिक संवेदीकरण गतिविधियां आयोजित की गईं, जो पोषण मानकों में सुधार के लिए समुदाय की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

अपने संबोधन के दौरान अन्नपूर्णा देवी ने सामुदायिक कल्याण, स्वस्थ आहार और जीवन शैली के महत्व पर जोर देते हुए 7वें पोषण माह 2024 के हिस्से के रूप में देश भर में पोषण संबंधी लक्ष्यों को प्राप्त करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा, “महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भावी पीढ़ियों के समग्र स्वास्थ्य और पोषण को सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है। पोषण माह और मिशन सक्षम आंगनबाड़ी सहित हमारी पहल कुपोषण के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण है। सभी मिलकर यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी बच्चा या महिला कुपोषण से पीड़ित न हो।

इस कार्यक्रम में पोषण शपथ, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर चर्चा, पीएमएमवीवाई लाभार्थियों के लिए सुविधा और उत्कृष्ट 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए पुरस्कार शामिल थे। इसके अतिरिक्त, गोद भराई और अन्नप्राशन के कार्यक्रम भी आयोजित किये गये।

उल्लेखनीय है कि 8 मार्च, 2018 को प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किया गया पोषण अभियान, भारत सरकार की प्रमुख योजना है जिसका उद्देश्य बच्चों, किशोर लड़कियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए पोषण संबंधी परिणामों में सुधार करना है। इसका उद्देश्य पोषण वितरण में रणनीतिक बदलाव के माध्यम से कुपोषण से निपटना, स्वास्थ्य, कल्याण और प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक अभिसरण पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देना है।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी