जगद्गुरु रामभद्राचार्य के जन्मदिन पर 14 से 22 जनवरी तक अयोध्या में अमृत महोत्सव का आयोजन

 


-नौ दिवसीय अमृत महोत्सव में दुनिया भर के लाखों श्रद्धालु पहुुंचेंगे अयोध्या

चित्रकूट, 30 दिसंबर (हि.स.)। भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित करने वाले पद्म विभूषण से अलंकृत जगद्गुरु रामभद्राचार्य का 75वां जन्मोत्सव बड़े ही भव्यता और दिव्यता के साथ अयोध्या में अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा। 14 से 22 जनवरी तक अयोध्या में आयोजित होने वाले इस समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत देश की तमाम दिग्गज हस्तियां शामिल होंगी।

श्री तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य के उत्तराधिकारी आचार्य रामचंद्र दास ने शनिवार को पत्रकारों को बताया कि महोत्सव में दुनिया भर के लाखों श्रद्धालु अयोध्या आएंगे। इसी दौरान अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर का लोकार्पण और प्राण प्रतिष्ठा समारोह भी होना है। इस दौरान अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को आनंद की दोहरी अनुभूति होगी। उन्हें गुरु और गोविंद दोनों का आशीर्वाद एक ही जगह पर मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि हमारे गुरु रामभद्राचार्य ने अयोध्या के राम मंदिर विवाद पर कोर्ट में सबूत पेश किया था। इसकी वजह से न्यायालय में हिन्दू पक्ष की ऐतिहासिक जीत होने के साथ-साथ आज सैकड़ों सालों के बाद जन्मभूमि अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनकर तैयार हो रहा है।

उन्होंने बताया कि समारोह में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के अलावा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर, हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल, मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल, कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, मणिपुर के राज्यपाल अनुसुईया उइके, ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास, जम्मू कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा, असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी, महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आदि को आमंत्रित किया गया है।

इसके अलावा विशिष्ट अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत एवं सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई केंद्रीय मंत्रियों को आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही अमृत संध्या में प्रस्तुति देने के लिए मालिनी अवस्थी, नलिनी कमलिनी, हेमा मालिनी, अनूप जलोटा आदि दिग्गज कलाकारों को आमंत्रित किया गया है।

आचार्य रामचंद्र दास ने दावा किया कि हमारे गुरु रामभद्राचार्य अयोध्या के राम मंदिर विवाद की तरह मथुरा मामले में भी कोर्ट में सबूत पेश करेंगे। यह ऐसे सबूत होंगे, जिनसे यह साफ हो जाएगा कि वहां पहले से मंदिर था और यह वो जगह है जहां भगवान कृष्ण का जन्म स्थान है।

जगद्गुरु रामभद्राचार्य का जन्म उत्तर प्रदेश के जौनपुर में ब्राह्मण परिवार में 14 जनवरी 1950 को हुआ था। जगद्गुरु रामभद्राचार्य दो महीने की उम्र में आंखों की रोशनी जाने के बाद भी 4 साल की उम्र से ही कविताएं करने लगे और 8 साल की उम्र में उन्होंने भागवत व रामकथा करनी शुरू कर दी थी। जगद्गुरु रामभद्राचार्य को उनकी रचनाओं के लिए उन्हें 2015 में पद्म विभूषण से अलंकृत किया गया। इसके अलावा जगदगुरु को अब तक सैकड़ों राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मान मिल चुके हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/रतन/बृजनंदन/पवन