अमित शाह ने नई दिल्ली में तीन बहु-राज्य सहकारी समितियों के नए कार्यालय भवन का किया उद्घाटन
नई दिल्ली, 13 मार्च (हि.स.)। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बुधवार को तीन बहु-राज्य सहकारी समितियों - भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड (बीबीएसएसएल), नेशनल कोऑपरेटिव ऑर्गेनिक्स लिमिटेड (एनसीओएल), और नेशनल कोऑपरेटिव एक्सपोर्ट लिमिटेड (एनसीईएल) के नए कार्यालय भवन का नई दिल्ली में उद्घाटन किया।
अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम सहकार से समृद्धि के दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि शुरुआत से ही, सहकारिता मंत्रालय ने अंतराल को पाटने, सहकारी समितियों का विस्तार करने, टर्नओवर और मुनाफा बढ़ाने और उन्हें किसानों तक पहुंचाने के उद्देश्य से गतिविधियों की पहचान की है। इन तीनों सहकारी समितियों की स्थापना इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर की गई थी। शाह ने कहा कि आज अत्याधुनिक तकनीक के साथ 31 हजार वर्ग फीट क्षेत्रफल में फैले इस कार्यालय में इन समितियों का मुख्यालय प्रारंभ हो रहा है। उन्होंने कहा कि हम इस कार्यालय में कॉर्पोरेट क्षेत्र के सभी नवाचारों का अनुभव भी करेंगे और उन्हें हासिल भी करेंगे। उन्होंने कहा कि ये तीनों समितियां किसानों की विविध जरूरतों को पूरा करती हैं।
केंद्रीय सहकारिता मंत्री ने कहा कि बहुत कम समय में, हमने इन तीन समितियों की स्थापना के लिए देश की अग्रणी सहकारी समितियों (अमूल, नेफेड, एनसीसीएफ, इफको, कृभको, नाबार्ड और एनसीडीसी) को उनके मूल प्रवर्तकों के रूप में एक साथ लाया है। उन्होंने कहा कि नेशनल कोऑपरेटिव एक्सपोर्ट लिमिटेड को लगभग 7,000 सदस्यों से, नेशनल कोऑपरेटिव ऑर्गेनिक्स लिमिटेड को 5,000 और भारतीय बीज सहकारी समिति को 16,000 सदस्यों से आवेदन प्राप्त हुए हैं। शाह ने कहा कि इससे पता चलता है कि काम का दायरा कितना व्यापक है और इतने कम समय में हम कितनी कुशलता से इसे जमीनी स्तर पर लाने में सक्षम हैं।
केंद्रीय सहकारिता मंत्री ने कहा कि हमने अगले पांच वर्षों में निर्यात सहकारी समितियों का कारोबार सालाना एक लाख करोड़ रुपये तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने उल्लेख किया कि निर्यात में फॉरवर्ड और बैकवर्ड लिंकेज स्थापित करने से उसी माध्यम से दालों की कमी को भी दूर किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि दालों का उत्पादन तभी बढ़ सकता है, जब इसके निर्यात की कारगर व्यवस्था होगी और तभी किसान दालें बोएंगे। शाह ने कहा कि हमने ऐसी व्यवस्था की है कि पैक्स के माध्यम से कम से कम 50 प्रतिशत मुनाफा सीधे किसान के बैंक खाते में जाए।
केंद्रीय सहकारिता मंत्री ने कहा कि हमने भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड के लिए 5 साल में 10,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के टर्नओवर का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि 2030 तक भारत ऑर्गेनिक्स घरेलू जैविक बाजार में 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी रखेगा। शाह ने कहा कि आज वैश्विक जैविक बाजार करीब 10 लाख करोड़ रुपये का है और भारत का निर्यात 7000 करोड़ रुपये का है, जिसे हम बढ़ाकर 70,000 करोड़ रुपये करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वैश्विक कृषि उपज बाजार 2,155 बिलियन डॉलर का है, और भारत की हिस्सेदारी केवल 45 बिलियन डॉलर है, और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, हमने 2030 तक 115 बिलियन डॉलर तक छलांग लगाने का फैसला किया है। शाह ने विश्वास व्यक्त किया कि इन तीनों के माध्यम से समाज, आने वाले दिनों में हम जैविक उत्पादों, बीज संरक्षण एवं संवर्द्धन और निर्यात के क्षेत्र में सभी कमियों को भरने में सफल होंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/सुशील
/आकाश