पीओके हमारा है और हमेशा रहेगा, हम उसे लेकर रहेंगे : अमित शाह
पटना (बिहार), 24 मई (हि.स.)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस और लालू यादव हमलोगों को डराते हैं कि पाकिस्तान के पास परिमाणु बम है। मैं लालू यादव एंड कंपनी को कहने आया हूं कि हम तो भाजपा वाले हैं। हम पाकिस्तान के परमाणु बम से नहीं डरते हैं। यहां मैं कहकर जा रहा हूं कि पीओके हमारा है और हमेशा रहेगा। हम उसे लेकर रहेंगे।
अमित शाह शुक्रवार को बिहार के भोजपुर जिले में आरा संसदीय सीट से भाजपा उम्मीदवार राजकुमार सिंह के पक्ष में चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वालों ने धारा 370 को संभाल कर रखा। पीएम नरेन्द्र मोदी ने धारा 370 को समाप्त कर दिया। मोदी ने इस देश से नक्सलवाद को भी समाप्त कर दिया। झारखंड, बिहार, ओडिशा, मध्यप्रदेश और तेलंगाना पूर्ण रूप से नक्सलवाद से मुक्त है। आप मोदी की सरकार बनाओ छत्तीसगढ़ से भी नक्सलियों को उखाड़ देंगे।
शाह ने कहा कि पांच चरणों के हुए मतदान में ही राजग 300 का आंकड़ा पार कर चुका है। पांच चरणों में ही पीएम मोदी 310 से ज्यादा सीटें जीत चुके हैं। परिवारवाद की पोषक पार्टी लालू-राहुल का सूफड़ा साफ हो चुका है। बिहार में इस बार आईएनडीआई गठबंधन का खाता भी नहीं खुलने वाला है।
अमित शाह ने महागठबंधन पर प्रहार करते हुए कहा कि आरा में गलती से भी भाकपा-माले जीत गया तो यह लोग फिर से नक्सलवाद लेकर आएंगे। आप अपने खेत-खलिहान पर कब्जा चाहते हो क्या? यदि माले आया तो पीछे-पीछे नक्सलवाद भी आ जाएगा। लेकिन, इसका कोई सवाल ही नहीं है। हमारे आरके सिंह लाखों वोटों से जीतने वाले हैं।
अमित शाह ने कहा कि लालू यदि फिर से आएंगे तो गरीबों के लिए चल रही योजना बंद करवा देंगे। कांग्रेस के साथ लालू यादव और ममता बनर्जी पिछड़ा वर्ग के आरक्षण पर डाका डालना चाहते हैं। कर्नाटक में उन्होंने पांच प्रतिशत आरक्षण दिया। हैदराबाद में पांच प्रतिशत आरक्षण दिया। जब तक नरेन्द्र मोदीं है तब तक दलित, आदिवासी और पिछड़ों के आरक्षण को हमलोग हाथ नहीं लगाने देंगे। यह लोग मुस्लिमों को आरक्षण देना चाहते हैं। आप चार सौ पार करवा दो। हम मुस्लिम आरक्षण रद्द करवाकर पिछड़ा-अति पिछड़ा को देने का काम करेंगे। अमित शाह ने कहा कि लालू का पूरा जीवन परिवार के लिए गया। यादव समाज के लिए इन्होंने कुछ नहीं किया। लालू ने पिछड़ों के लिए कुछ नहीं किया।
हिन्दुस्थान समाचार/ गोविन्द/चंद्र प्रकाश