प्राण प्रतिष्ठा की खुशी में हिन्दुओं के दीप जलाने पर आपत्ति नहीं, मुस्लिमों के लिए ऐसे कार्यक्रम गैर-इस्लामीः मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड
नई दिल्ली, 13 जनवरी (हि.स.)। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर कहा है कि अगर हिन्दू भाई मंदिर निर्माण की खुशी में दीप जलाते हैं या नारा लगाते हैं तो हमें इस पर आपत्ति नहीं है, लेकिन मुस्लिमों के लिए इस तरह के कार्यक्रमों में भाग लेना गैर-इस्लामी अमल है।
बोर्ड ने 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अयोध्या के प्रस्तावित दौरे पर भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। बोर्ड अध्यक्ष खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने शनिवार को एक बयान में कहा कि भारत एक सेकुलर लोकतांत्रिक देश है और संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्तियों को अपने पद की गरिमा का ख्याल रखना चाहिए। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड सरकार के इस गैर सेकुलर और अलोकतांत्रिक रवैये की कड़ी निंदा करता है।
मौलाना ने कहा कि यह कहा जा रहा है कि 22 जनवरी को दीप जलाना चाहिए और श्रीराम का नारा लगाया जाना चाहिए। देश के मुसलमान को यह समझ लेना चाहिए कि यह मुशरिकाना अमल है। अगर हिंदू भाई मंदिर के निर्माण की खुशी में दीप जलाते हैं या नारा लगाते हैं तो हमें इस पर आपत्ति नहीं है लेकिन मुसलमानों के लिए इस तरह के कार्यक्रमों में भाग लेना गैर-इस्लामी अमल है।
हिन्दुस्थान समाचार/एम ओवैस/पवन