(अपडेट) एयर इंडिया एक्सप्रेस की 74 उड़ानें रद्द, 30 कर्मचारियों को किया बर्खास्त
नई दिल्ली, 09 मई (हि.स.)। टाटा समूह की अगुवाई वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस ने केबिन क्रू की कमी के कारण गुरुवार को 74 उड़ानें रद्द कर दी हैं। एयरलाइन ने अचानक छुट्टी पर गए 200 से ज्यादा केबिन क्रू-मेंबर्स में से 30 को बर्खास्त कर दिया है। इसके साथ ही बचे हुए कर्मचारियों से आज शाम 4 बजे तक नौकरी पर लौटने की अपील की है। ऐसा न करने पर सबको निकालने का अल्टीमेटम दिया गया है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार एयर इंडिया एक्सप्रेस एयरलाइन ने 30 वरिष्ठ केबिन क्रू सदस्यों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। एयरलाइन के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आलोक सिंह ने कहा है कि आज और आने वाले दिनों में भी कई फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ सकती हैं जबकि कंपनी अपनी अन्य उड़ानों में भी कटौती करेगी।
उधर, कंपनी ने नौकरी से बर्खास्त कर्मचारियों को भेजे गए सेवा समाप्ति पत्र में कहा है कि आपका कार्य, उड़ान का संचालन न करने और कंपनी की सेवाओं को बाधित करना भी कानूनों का उल्लंघन है, जो एयर इंडिया एक्सप्रेस लिमिटेड कर्मचारी सेवा नियमों का भी उल्लंघन है, जो आप पर लागू होते हैं।
नौकरी से बर्खास्त ये केबिन क्रू सदस्य 7 मई की रात अचानक सामूहिक छुट्टी पर चले गए थे, जिसकी वजह से एयरलाइन को मंगलवार रात से बुधवार तक 100 से ज्यादा उड़ानें रद्द करनी पड़ी थीं। आज भी अबतक 74 उड़ानें कैंसिल हो चुकी हैं।
कंपनी ने जारी एक बयान में कहा है कि हम अभूतपूर्व उड़ान देरी और रद्दीकरण के कारण हुई असुविधा के लिए ईमानदारी से क्षमा चाहते हैं। हम व्यवधानों को कम करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, कृपया हवाई अड्डे पर जाने से पहले अपनी उड़ान की स्थिति की जांच करें। यदि आपकी उड़ान प्रभावित होती है, तो कृपया रिफंड और पुनर्निर्धारण सहायता के लिए व्हाट्सएप या http://airindiaexpress.com/support पर टिया से संपर्क करें।
उल्लेखनीय है कि एयर इंडिया एक्सप्रेस के चालक दल के सदस्यों के बड़े पैमाने पर बीमारी का हवाला देकर छुट्टी पर चले जाने के कारण एयरलाइन को 100 से ज्यादा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ाने रद्द करनी पड़ी हैं। दरअसल, टाटा समूह की अगुवाई वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस, एआईएक्स कनेक्ट (पूर्व में एयरएशिया इंडिया) का खुद में विलय करने की प्रक्रिया में है। इसको लेकर पिछले कुछ समय से इस एयरलाइन के चालक दल के सदस्य नाराज चल रह रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश शंकर/दधिबल