‘कृषि निवेश पोर्टल‘ से बदलेगी कृषि की रूपरेखा  : शिवराज सिंह चाैहान

 


नई दिल्ली, 03 सितंबर (हि.स.)। ‘कृषि निवेश पोर्टल‘ कृषि व्यवसाय बढ़ाने, निवेश आकर्षित करने और किसानों की आय में सुधार करने के लिए डिज़ाइन किया गया एक व्यापक मंच है। इस पोर्टल को निवेश प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इससे निवेश के अवसरों और सूचनाओं को केंद्रीकरण से कृषि की रूपरेखा बदलेगी। केन्द्रीय कृषि, किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज पूसा संस्थान परिसर में ‘कृषि निवेश पोर्टल‘ का शुभारंभ करने के अवसर पर ये बातें कहीं। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी, रामनाथ ठाकुर और कृषि एवं किसान कल्याण सचिव देवेश चतुर्वेदी भी उपस्थित थे।

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि कृषि निवेश का उद्देश्य कृषि व्यवसायों के लिए एक संपन्न पारिस्थितिकी तंत्र बनाना और कृषि क्षेत्र में सतत वृद्धि व विकास को बढ़ावा देना है। यह पोर्टल केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में किसानों, उद्यमियों और उद्योगों तक आसानी से जानकारी मुहैया कराएगा। इससे निवेशक अब आसानी से विभिन्न सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और अपने आवेदनों की स्थिति को ट्रैक कर सकते हैं।

कृषि निवेश पोर्टल के शुभारंभ के साथ ही केंद्रीय मंत्री शिवराज ने विभिन्न श्रेणियों के तहत शीर्ष प्रदर्शन करने वाले बैंकों और राज्यों को एआईएफ उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किए। कृषि अवसंरचना कोष (एआईएफ) योजना के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में भारतीय स्टेट बैंक, केनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन बैंक और पंजाब नेशनल बैंक को पुरस्कार मिले, जबकि एचडीएफसी बैंक को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले निजी क्षेत्र के बैंक के रूप में पुरस्कार मिला।

एआईएफ योजना के तहत क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक श्रेणी में बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, पंजाब ग्रामीण बैंक, बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक, महाराष्ट्र ग्रामीण बैंक और सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए पुरस्कार प्राप्त करने वालाें में शामिल थे। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों में मध्य प्रदेश, पंजाब, यूपी, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात और तेलंगाना राज्यों को कृषि अवसंरचना कोष के तहत उनके प्रदर्शन के लिए पुरस्कार मिले।

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हिन्दुस्थान समाचार / बिरंचि सिंह