(अपडेट) ईओ भर्ती मामले में आरपीएससी पहुंच कुमार विश्वास की पत्नी से एसीबी ने की पूछताछ

 


अजमेर, 13 मार्च (हि.स.)। राजस्थान लोक सेवा आयोग में बुधवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर की टीम ने कवि कुमार विश्वास की पत्नी और आरपीएससी सदस्य मंजू शर्मा से करीब दो घंटे तक पूछताछ की।

इससे पहले मंगलवार को पूर्व सीएस की पत्नी डॉ. संगीता आर्य से भी पूछताछ की गई थी। एसीबी टीम ने मेंबर डॉ. संगीता आर्य के घर पर पहुंचकर एग्जीक्यूटिव ऑफिसर भर्ती और कांग्रेस नेता गोपाल केसावत के बारे में पूछताछ की थी। पूछताछ के दौरान आरपीएससी सदस्य संगीता आर्य के पति रिटायर्ड आईएएस और मुख्य सचिव रहे निरंजन आर्य भी मौजूद थे। जयपुर एसीबी की टीम एडिशनल एसपी सुरेंद्र सिंह राठौड़ के निर्देशन में अजमेर पहुंची थी।

आरपीएससी में कनिष्ठ विधि अधिकारी प्रतियोगी परीक्षा 2023 एवं पशु चिकित्सा अधिकारी भर्ती परीक्षा 2019 के इंटरव्यू चल रहे हैं। आयोग में वर्तमान में सात सदस्य हैं। सभी सदस्य इंटरव्यू बोर्ड में शामिल हैं। आयोग सदस्य मंजू शर्मा से एसीबी की टीम गोपाल केसावत प्रकरण में पूछताछ करने पहुंची। लंच से पूर्व डॉक्टर मंजू शर्मा को इंटरव्यू बोर्ड में शामिल नहीं किया गया। लंच के बाद वह इंटरव्यू बोर्ड में शामिल हुई। एसीबी टीम दो घंटे पूछताछ के बाद रवाना हुई।

बाहर आने के बाद एडिशनल एसपी सुरेंद्र राठौड़ ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जयपुर एसीबी में शिकायतकर्ता विकास ने ईओ भर्ती में आयोग सदस्य मंजू शर्मा और संगीता आर्य के नाम से रिश्वत मांगने की शिकायत दी थी। मामले में पहले चार आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस भर्ती को लेकर आरपीएससी मेंबर मंजू शर्मा से भी पूछताछ की गई है। मामले में हर बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए जांच जारी है। इस मामले में अन्य लोगों से भी पूछताछ की जाएगी।

उन्होंने बताया कि सीकर एसीबी को दो परिवादियों से सात जुलाई 2023 को शिकायत दी थी। शिकायत में बताया था कि दो अभ्यर्थियों को ईओ भर्ती मेरिट में लाने के लिए आरोपित अनिल कुमार ने 40-40 लाख रुपये मांगे। इसमें 25 लाख रुपये पहले और बचे 15 लाख रुपये काम होने के बाद देने की बात कही गई। दलालों और पीड़ितों के बीच 25 लाख रुपय में बात बनी। शिकायत सही पाए जाने के बाद बाद सीकर टीम के साथ जयपुर की टीम भी सक्रिय हो गई। एसीबी ने 18.50 लाख रुपए रिश्वत लेते सीकर में दलाल अनिल कुमार और ब्रह्मप्रकाश को रंगे हाथों पकड़ा था। गोपाल केसावत को भी पैसे पहुंचने थे। पीड़ित ने अन्य दलाल रविन्द्र शर्मा को 7.50 लाख रुपये दिए। वह 15 जुलाई को जयपुर के प्रताप नगर स्थित केसावत के घर ये रुपये देने पहुंचा था। ऐसे दोनों को एसीबी ने पकड़ लिया।

एडिशनल एसपी सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि विकास कुमार ने मुकदमा दर्ज करवाया था। शिकायतकर्ता की ओर से ईओ एग्जाम दिया गया था। इसी मामले में दोनों आरपीएससी मेंबर से पूछताछ की जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप/संजीव