आस्था ने तोड़े सारे रिकॉर्ड! चारधाम और हेमकुंड साहिब में 13 लाख के करीब दर्शनार्थियों ने किए दर्शन
- तीर्थयात्रियों की संख्या देख पर्यटन और धर्मस्व विभाग गदगद
- व्यवस्था पटरी पर बनाए रखने में एड़ी चोटी का जोर लगा रहा पुलिस-प्रशासन
- श्रद्धा के हुजूम को कंट्रोल करने में पूरे सरकारी तंत्र को करनी पड़ रही खासी मशक्कत
देहरादून, 28 मई (हि.स.)। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद से श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। निर्धारित संख्या के बावजूद दोगुनी संख्या में आ रहे श्रद्धालुओं को धामों में दर्शन कराये जा रहे हैं। कोई भी श्रद्धालु बिना दर्शन करे वापस न जाए। इसके लिए सरकार से लेकर पूरा सरकारी तंत्र व्यवस्थाएं बनाने में जुटा हुआ है लेकिन श्रद्धालुओं के सैलाब के आगे व्यवस्थाएं भी कहीं ना कहीं कमतर नजर आ रही है।
चारों धामों और हेमकुंड साहिब में अबतक 12,79,969 श्रद्धालुओं ने दर्शन कर लिए हैं। इनमें सबसे ज्यादा श्रद्धालु बाबा केदार के दर पर पहुंचे हैं। 10 मई से चारधाम यात्रा शुरू होने के साथ श्रद्धालुओं का आंकड़ा रोजाना बढ़ रहा है। केदारनाथ धाम में तो 20 हजार से नीचे श्रद्धालुओं के आंकड़े आ ही नहीं रहे हैं। यात्रा शुरू होने से पहले व्यवस्थित तरीके से यात्रियों को धामों के दर्शन कराने के लिए संख्या निर्धारित की गई थी, लेकिन जिस संख्या में तीर्थयात्री आ रहे हैं उसको देखते हुए निर्धारित संख्या में दर्शन कराना असंभव सा प्रतीत हो रहा है।
जहां केदारनाथ धाम में रोजाना 20 हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हों। ऐसे में 18 हजार की निर्धारित संख्या में श्रद्धालुओं को दर्शन करने के लिए भेजना बेहद चुनौती भरा काम है। 10 मई से अब तक केदारनाथ धाम में 531575 श्रद्धालुओं ने बाबा का आशीर्वाद लिया है।
यमुनोत्री धाम के कपाट भी 10 मई को अभिजीत मुहूर्त में खोले गए थे। यमुनोत्री धाम में अब तक 229654 तीर्थ यात्रियों ने मां यमुनोत्री के दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। अक्षय तृतीया होने के कारण इसी दिन गंगोत्री धाम के कपाट खोले गए। कपाट खुलने से अब तक 220374 तीर्थयात्रियों ने मां गंगा के दर्शन किए हैं।
विगत वर्षों की अपेक्षा इस बार यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में उमड़ रहे तीर्थयात्रियों के सैलाब के आगे व्यवस्थाएं भी कम पड़ गई लेकिन सरकार से लेकर स्थानीय प्रशासन तक व्यवस्था बनाने में जुट गया और कुछ ही समय में यात्रियों को सुविधाजनक तरीके से धामों में दर्शन कराने की व्यवस्था की।
वहीं बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई को खोले गए। बद्री नारायण के दर्शन करने के लिए अब तक 287412 श्रद्धालु बद्रीनाथ धाम पहुंच चुके हैं। सभी धामों में वीकेंड पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। यहां तक कि धामों की यात्रा करने के बाद मां धारी देवी के दर्शन करने के लिए भी रोजाना ही हजारों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को खोले गए। सिखों के पवित्र धर्मस्थल हेमकुंड साहिब में कपाट खुलने के बाद अब तक 10954 श्रद्धालुओं ने माथा टेका। कुल मिलाकर चारों धामों और हेमकुंड साहिब में 12,79,969 तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण/प्रभात