मणिकर्णिका दौड़ में शामिल 150 विजेताओं को सम्मानित किया गया

 


नई दिल्ली, 3 दिसंबर (हि.स.)। महिलाओं के सबसे विशाल सामाजिक, सांस्कृतिक एवं राष्ट्रवादी संगठन राष्ट्र सेविका समिति ने झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की जयंती के अवसर पर रविवार को मणिकर्णिका दौड़ का आयोजन किया। दिल्ली के लाल किले पर आयोजित पांच किलोमीटर की इस दौड़ में 13 वर्ष से अधिक आयु की किशोरियों के साथ ही देश के प्रतिष्ठित खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।

दौड़ में प्रथम आने वाली विजेता को 11000 रुपये का चेक देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा 150 पुरस्कार भी बांटे गए। समारोह में दिल्ली की प्रतिष्ठित महिला उद्यमी मुख्य अतिथि के रूप में ललित होटल की निदेशक डॉक्टर ज्योत्स्ना सूरी के अलावा विशिष्ट अतिथियों में जानी मानी पर्वतारोही अनीता कुंडू, निदेशक पंजाब केसरी किरण चोपड़ा, समाज सेविका संगीता सक्सेना प्रमुख रूप से मौजूद रहीं। इसके अलावा खेल क्षेत्र में अपना विशेष योगदान देने वाले योगेश्वर दत्त, शीतल देवी, डॉ. सुनीता गोदारा और राजीव तोमर ने प्रतिभागियों का उत्साह वर्धन किया।

पर्वतारोही अनीता कुंडू ने तरुणियों से देश के लिए कुछ बड़ा करने और स्वयं को मज़बूत बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जीवन में नकारात्मकता के बजाए सकारात्मक राह अपनाएं, स्वयं स्वस्थ रहें और देश के लिए अपना समय लगाएं। राष्ट्र सेविका समिति तरुणी विभाग की प्रमुख और दिल्ली प्रांत प्रचारिका विजया शर्मा ने इस अवसर पर तरुणियों से अपने सपने बुनने, विश्वास की डोर थामने, दुनिया बदलने, अपमान से न डरने, अड़े रहने, डटे रहने और लक्ष्य साधने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि झांसी की रानी को बलिदान दिए 128 वर्ष हो गए हैं, लेकिन आज भी देश में उनकी भगवान के रूप में पूजा होती है। जो चुनौतियों से नहीं डरते, वे ही इतिहास रचते हैं। महारानी लक्ष्मीबाई के नाम मात्र से रगों में खून दौड़ने लगता है। बाजुओं में जोश भर जाता है।

उल्लेखनीय है कि महारानी लक्ष्मी बाई के व्यक्तित्व से देश की किशोर पीढ़ी प्रेरणा लें इसलिए 2017 से मणिकर्णिका दौड़ आरंभ की गयी। पहले वर्ष में जो दौड़ मात्र 1000 किशोरियों की प्रतिभागिता से आरंभ हुई थी आज यह संख्या 12 हजार तक पहुंच गयी है।

हिन्दुस्थान समाचार/बिरंचि सिंह/पवन