(अपडेट) मप्र के सिवनी में ट्रेनी विमान 33 केवी हाई वोल्टेज लाइन से टकराकर हुआ क्रैश, दोनों पायलट घायल

 






सिवनी/भोपाल, 08 दिसम्बर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में सोमवार शाम एक ट्रेनी विमान सिवनी-नागपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर सुक्तारा एयरस्ट्रिप से लगभग दो किलोमीटर दूर अमागांव में 33 केवी हाई वोल्टेज बिजली लाइन से टकराने के बाद खेतों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में पायलट और सह पायलट घायल हो गए। दोनों को तत्काल बचाया गया और उनका इलाज चल रहा है।

जानकारी के अनुसार, रेडवर्ड एविएशन कंपनी का प्रशिक्षण विमान सोमवार शाम करीब छह बजे सुकतरा हवाई पट्टी से उड़ान भरने के बाद वापस लैंडिंग की तैयारी में था। इसी दौरान बादलपार सब स्टेशन की 33 केवी लाइन के निचले हिस्से से विमान का पंख टकरा गया। टक्कर होते ही तेज धमाका हुआ और तारों से चिंगारियां निकलने लगीं। टक्कर के बाद विमान खेत की ओर गिरा। लाइन तुरंत ट्रिप हो गई, जिससे बड़ी दुर्घटना टल गई। हादसे में ट्रेनर पायलट अजित एंथोनी और ट्रेनी पायलट अशोक छावड़ा घायल हो गए हैं।

हादसे के बाद धमाका सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे। बिजली कंपनी के स्टाफ को फोन लगाया। सूचना मिलने पर पुलिस-प्रशासन और बिजली विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। बिजली कंपनी के कर्मचारियों, ग्रामीणों और पुलिस ने मिलकर दोनों को तुरंत रेस्क्यू किया। घायलों को बारापाठर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां दोनों खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं। फिलहाल पुलिस और प्रशानिक अधिकारी मामले की जांच में जुटे हैं।

अधिकारियों का कहना है कि हादसे के कारणों का पता लगाया जा रहा है और सुरक्षा मानकों की भी जांच की जाएगी। सिवनी के पुलिस अधिक्षक सुनील मेहता ने बताया कि ने बताया कि दोनों घायलों को बिजली कंपनी के कर्मचारियों, ग्रामीणों और पुलिस की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला गया. उन्हें बारापथर स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है और दोनों खतरे से बाहर हैं।

वहीं, कुरई थाना प्रभारी कृपाल सिंह टेकाम ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि विमान के इंजन में पावर जनरेट नहीं हो रहा था। कंट्रोल रूम से संपर्क कर पायलट ने खेत में इमरजेंसी लैंडिंग कराने की तैयारी की थी, लेकिन इसी दौरान विमान बिजली लाइन से टकरा गया। मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर सुभाष राय ने बताया कि तार टूटने से बादलपार और ग्वारी सब स्टेशन क्षेत्र के करीब 90 गांवों में बिजली आपूर्ति बंद हो गई है। स्टाफ मरम्मत कर रहा है।

स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि रेड बर्ड एविएशन कंपनी द्वारा सुरक्षा मानकों की लगातार अनदेखी की जा रही है। इसी साल मई में दो बार रनवे पर विमान फिसलने और पलटने की घटनाएं सामने आई थीं। उस समय भी कंपनी पर लापरवाही के आरोप लगे थे। कुछ समय के लिए उड़ान प्रशिक्षण रोका भी गया था।

जांच के आदेश, विमानन नियामक को सूचना

हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंच गई। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) को घटना की जानकारी दे दी गई है और जांच शुरू कर दी गई है। फिलहाल विमान के मलबे को सुरक्षित स्थान पर रखा गया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर