नए साल के संदेश में शी जिनपिंग ने ताइवान के साथ एकीकरण का संकल्प दोहराया
बीजिंग, 31 दिसंबर (हि.स.)। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने नववर्ष की पूर्व संध्या पर देश को संबोधित करते हुए ताइवान के साथ चीन के पुनः एकीकरण के संकल्प को दोहराया।
उन्होंने कहा कि “मातृभूमि का एकीकरण समय की मांग है और इसे रोका नहीं जा सकता।” यह बयान ताइवान के आसपास हाल ही में हुए चीनी सैन्य अभ्यासों के एक दिन बाद आया है।
चीन ताइवान को अपने क्षेत्र का हिस्सा मानता है, जबकि ताइवान एक स्वशासित द्वीप है। बीजिंग लंबे समय से यह स्पष्ट करता रहा है कि यदि आवश्यक हुआ तो वह बल प्रयोग से भी एकीकरण करेगा।
अपने संबोधन में शी जिनपिंग ने देश की तकनीकी प्रगति का भी उल्लेख किया। उन्होंने हाई-टेक क्षेत्र में चीन की उपलब्धियों की सराहना करते हुए रोबोटिक्स और अंतरिक्ष मिशन तियानवेन-2 का जिक्र किया, जिसे इस वर्ष प्रक्षेपित किया गया।
इसके साथ ही उन्होंने चीनी सांस्कृतिक उत्पादों की वैश्विक लोकप्रियता को रेखांकित किया। राष्ट्रपति ने वीडियो गेम 'ब्लैक मिथ: वुकोंग' और एनिमेटेड फिल्म 'ने झा 2' की अंतरराष्ट्रीय सफलता को चीन की सॉफ्ट पावर की बढ़ती पहचान बताया।
-------------------
हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय