नेपाली संसद में संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा- इजरायल पर हमास का आक्रमण क्रूरतम कृत्य
- हमास के कब्जे में अभी भी बंधक नेपाली नागरिकों की यथाशीघ्र रिहाई की कामना
काठमांडू, 31 अक्टूबर (हि.स.)। इजरायल पर हमास के हमले को संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने क्रूरतम कृत्य बताया है। नेपाल की संसद के दोनों सदनों को संबोधित करते हुए महासचिव गुटेरस ने कहा कि इस घटना की जितनी निंदा की जाए कम है। उन्होंने हमास के हमले में मारे गए नेपाली नागरिकों के प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए हमास के कब्जे में अभी भी बंधक बनाकर रखे गए नेपाली नागरिकों की यथाशीघ्र रिहाई की कामना भी की।
संसद को संबोधित करते हुए महासचिव ने कहा कि विश्व में कहीं किसी दो देश के बीच अगर द्वंद्व होता है, तो अब उसका असर सिर्फ वहीं तक नहीं होता, बल्कि पूरी दुनिया उसकी चपेट में आती है। पूरे विश्व पर किसी ना किसी रूप से उसका असर होता है। उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध का वैश्विक असर का सामना हर कोई कर रहा है। गुटेरस ने जल्द से जल्द इजराइल हमास संघर्ष को रोकने की अपील भी की है।
नेपाल के दस वर्षों के द्वंद्व के बाद शांति प्रक्रिया की तारीफ करते हुए संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने कहा कि पूरी दुनिया को नेपाल की शांति प्रक्रिया से सबक लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि नेपाल की जनता ने दस वर्षों के गृहयुद्ध के बाद जिस तरह से बिना किसी खून खराबे के शांति प्रक्रिया को पूरा करने का काम किया है उससे सीख लेते हुए इस समय कई देशों को उसका अनुशरण करना चाहिए।
नेपाल में जारी शांति प्रक्रिया के अंतिम चरण में होने की बात कहते हुए गुटेरस ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र पूरी तरह से नेपाल के साथ में है। उन्होंने कहा कि नेपाल की जारी शांति प्रक्रिया को तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचाने के लिए संयुक्त राष्ट्र हर संभव मदद देने को तैयार है। गुटेरस ने कहा कि द्वंद्व से पीड़ित नेपाली नागरिकों को न्याय मिले और आममाफी के नाम पर गम्भीर आपराधिक मामलों के अपराधी को उन्मुक्ति नहीं मिले, इसके लिए नेपाल के राजनीतिक नेतृत्व को सजग होने की आवश्यकता है।
हिन्दुस्थान समाचार/पंकज दास/सुनीत