कतर की मध्यस्थता के बीच इजराइली बंधकों की रिहाई के लिए वार्ता शुरू

 

- प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने गाजा विजय का दोहराया संकल्प

यरुशलम, 18 दिसंबर (हि.स.)। इजराइली बंधकों को हमास के कब्जे से रिहा कराने के लिए कतर की मध्यस्थता वाली वार्ता एक बार फिर से शुरू हो गई है। इजराइल ने वार्ता शुरू होने की पुष्टि की है। वहीं इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने विजय होने तक गाजा में युद्ध जारी रखने का संकल्प दोहराया है। नेतन्याहू ने कहा कि इजराइली सेना गाजा से जीत के बाद हटेगी, लेकिन वहां की सुरक्षा व्यवस्था इजराइल के नियंत्रण में रहेगी।

इजराइल में बंधकों की रिहाई के लिए बढ़ रहे जन दबाव और शुक्रवार को गाजा में इजराइली सैनिकों की गोलीबारी में तीन बंधकों की मौत के बाद सरकार पर बंधक रिहाई के लिए प्रयास करने का दबाव बढ़ गया था। इसी के बाद कतर के प्रधानमंत्री मुहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी से इजराइली खुफिया संगठन मोसाद के निदेशक डेविड बर्निया ने मुलाकात की।

इस बार इजराइल की पहल पर वार्ता हो रही है, जबकि नवंबर के युद्धविराम से पहले हमास और मध्यस्थ के रूप में कतर व मिस्त्र ने पहल की थी। वार्ता का ताजा दौर शुरू होने के बाद हमास ने कहा, हमारी पहली शर्त गाजा में आमजनों पर इजराइल के हमले रोकने की है। मध्यस्थों को इस बारे में बता दिया गया है।

हमास के कब्जे में अभी भी लगभग 130 इजराइली बंधक हैं। बंधकों की रिहाई और युद्धविराम के लिए वार्ता के बीच गाजा में इजराइली सेना व हमास के बीच लड़ाई जारी है। इस लड़ाई में अभी तक 19,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, जबकि इजरायल के 121 सैनिक मरे हैं। सात अक्टूबर से जारी लड़ाई में 23 लाख की आबादी वाली गाजा पट्टी में 85 प्रतिशत लोगों को बेघर होना पड़ा है। घर नष्ट होने और जान बचाने के लिए लगभग 20 लाख लोग अस्थायी आवासों में रहने के लिए मजबूर हैं।

वेस्ट बैंक में इजराइली सुरक्षा बलों के हमले में रविवार को पांच फिलिस्तीनी मारे गए। इनमें से दो लोग तुलकार्म में मारे गए, जबकि तीन की मौत जेनिन में हुई। इजराइली सेना ने कहा है कि उसने वेस्ट बैंक में हथियारबंद अतिवादियों के खिलाफ कार्रवाई का स्तर बढ़ाया है। इसके चलते हाल के दिनों में जेनिन में दस लोग मारे गए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ अजीत तिवारी/वीरेन्द्र