नेपाल: राजतंत्र समर्थकों के प्रदर्शन के मद्देनजर काठमांडू में निषेधाज्ञा लागू
काठमांडू, 21 नवंबर (हि.सं)। नेपाल में मौजूदा शासन व्यवस्था के विरोध में तथा राजतंत्र पुनर्बहाली की मांग को लेकर काठमांडू में 23 नवंबर को होने वाले प्रदर्शन को देखते हुए अधिकांश स्थानों पर निषेधाज्ञा लगा दी गई है। इस प्रदर्शन के विरोध में प्रमुख विपक्षी दल के युवा संगठन ने भी अलग से शक्ति प्रदर्शन करने की घोषणा कर सरकार और प्रशासन की नींद उड़ा दी है।
गणतंत्र, संघवाद, धर्मनिरपेक्षता को खारिज कर देश में संवैधानिक राजतंत्र की पुनर्बहाली की मांग करते हुए राजतंत्र समर्थकों ने काठमांडू में शक्ति प्रदर्शन करने की घोषणा की है। इस अभियान का नेतृत्व कर रहे दुर्गा प्रसाईं ने 50 हजार लोगों के काठमांडू पहुंचने का दावा किया है। प्रसाई ने कहा कि तीन दिनों तक चलने वाले प्रदर्शन में आने वाले समर्थकों के रहने खाने की सभी व्यवस्था कर ली गई है। काठमांडू में संसद भवन के पास शक्ति प्रदर्शन करने की बात कही गई है।
राजतंत्र के समर्थकों के शक्ति प्रदर्शन को टक्कर देने के लिए प्रमुख विपक्षी दल नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एमाले) से संबद्ध युवा संगठन ने उसी दिन उसी समय और उसी स्थान पर शक्ति प्रदर्शन करने की घोषणा की है। एमाले के नेता महेश बस्नेत ने अपने नेतृत्व में 70 हजार कार्यकर्ताओं को सड़क पर उतारने की घोषणा की है। महेश बस्नेत का कहना है कि देश की वर्तमान व्यवस्था को बचाने, गणतंत्र और संघवाद की रक्षा के लिए उनका प्रदर्शन होने वाला है।
दो अलग-अलग गुटों द्वारा एक ही समय और एक ही स्थान पर शक्ति प्रदर्शन की घोषणा के बाद काठमांडू प्रशासन ने संसद भवन के आसपास सहित राजधानी के 22 से अधिक स्थानों पर एक महीना के लिए निषेधाज्ञा लगाने की घोषणा की है। काठमांडू जिला प्रशासन ने दोनों गुटों के एक ही स्थान पर होने वाले प्रदर्शन पर रोक लगाते हुए दो अलग-अलग स्थान सुनिश्चित किया है। राजधानी की सुरक्षा समिति की बैठक के बाद संसद भवन के आसपास सहित, सिंहदरबार, राष्ट्रपति भवन, उपराष्ट्रपति निवास, प्रधानमंत्री निवास, मंत्रियों के आवासीय क्षेत्र, सैन्य मुख्यालय, पुलिस हेडक्वार्टर सहित सभी प्रमुख स्थानों पर निषेधाज्ञा लगाई गई है।
काठमांडू के प्रमुख जिलाधिकारी जीतेन्द्र बस्नेत ने बताया कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए राजधानी में 10 हजार अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। देशभर से आने वाले प्रदर्शनकारियों को काठमांडू में प्रवेश स्थानों पर ही रोकने का निर्देश दिया गया है। प्रमुख जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि दोनों पक्षों को अलग-अलग स्थानों पर प्रदर्शन करने को कहा गया है। हालात खराब होने पर सेना भी तैनात की जाएगी। इसके लिए सेना को स्टैंड बाई पर रहने को कहा गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/पंकज दास /पवन