नेपाल में बालेन शाह ने वैकल्पिक राजनीतिक इकाई बनाने की कवायद तेज की
काठमांडू, 25 दिसंबर (हि.स.)। नेपाल में संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा का चुनाव नजदीक आते ही काठमांडू के मेयर बालेन शाह ने वैकल्पिक राजनीतिक शक्ति बनाने को लेकर गतिविधियां तेज कर दी हैं। इसी क्रम में उन्होंने कई बैठकों और चर्चाओं का सिलसिला शुरू किया है।
बालेन शाह के करीबियों के मुताबिक वैकल्पिक राजनीतिक शक्ति के रूप में या तो नई पार्टी का गठन किया जाएगा अथवा छोटी-छोटी पार्टियों का गठबंधन कर एक नया मोर्चा बनाकर चुनाव लड़ा जाएगा। प्रतिनिधि सभा का चुनाव 5 मार्च को प्रस्तावित है।
शाह की यह सक्रियता राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (आरएसपी) के अध्यक्ष रवि लामिछाने की सक्रिय राजनीति में वापसी के साथ भी जुड़ी हुई है, जो सहकारी ठगी प्रकरण में नौ महीने जेल में रहने के बाद रिहा हुए हैं। हालांकि, लामिछाने के साथ दो अलग-अलग बैठकों में सहमति नहीं बन पाने के बाद शाह ने वैकल्पिक शक्तियों को एकजुट करने के लिए अपनी स्वतंत्र रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है।
पिछले दो दिनों में शाह ने स्वतंत्र व्यक्तियों, नागरिक समाज के प्रतिनिधियों और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ व्यापक चर्चा की है। इसी क्रम में गुरुवार सुबह उन्होंने उज्यालो नेपाल पार्टी के संरक्षक तथा ऊर्जा, जलस्रोत एवं सिंचाई मंत्री कुलमान घिसिंग के साथ लगभग तीन घंटे तक बैठक की। यह बैठक शाह के सचिवालय सदस्य कुमार बेन के निवास पर हुई। सूत्रों के अनुसार बातचीत के बाद घिसिंग वहां से निकल गए और अब शाह तथा आरएसपी अध्यक्ष लामिछाने के बीच नए सिरे से संवाद होने की संभावना जताई जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, शाह और लामिछाने उभरती और वैकल्पिक राजनीतिक शक्तियों को एक मंच पर लाने के तरीकों पर विचार कर रहे हैं। केवल बुधवार रात शाह ने आरपीपी प्रवक्ता ज्ञानेंद्र शाही, डॉ. भगवान कोइराला, अभिनेता निश्चल बस्नेत और नागरिक उन्मुक्ति पार्टी के संरक्षक रेशमलाल चौधरी समेत कई हस्तियों के साथ बातचीत की।
इन बैठकों में इस बात पर चर्चा हुई कि क्या वैकल्पिक शक्तियों को एक ही चुनाव चिह्न के तहत चुनाव लड़ना चाहिए या किसी व्यापक गठबंधन अथवा मोर्चे के माध्यम से आगे बढ़ना चाहिए। बताया जा रहा है कि कुलमान घिसिंग समेत कुछ नेताओं ने सुझाव दिया कि पंजीकृत दल अलग-अलग चुनाव लड़ें, लेकिन सरकार गठन के समय एकजुट हों।
हालांकि, लामिछाने का कहना है कि राष्ट्रीय स्वतन्त्र पार्टी को बहुमत हासिल करने के लक्ष्य के साथ स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ना चाहिए। बैठक में मौजूद कुमार बेन ने कहा, “कल रात भी लंबी चर्चा हुई। वैकल्पिक शक्तियों के एक साथ आगे बढ़ने की जरूरत पर कोई मतभेद नहीं है, लेकिन इसे कैसे किया जाए, इस पर अभी मंथन जारी है। आज या कल तक कोई ठोस निर्णय सामने आ सकता है। बातचीत अभी जारी है।”--------------
हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास