नदी में गिरी बस को आठ घंटे की मशक्कत के बाद निकाला गया

 




-दुर्घटना में घायल हुए 16 में से 7 लोगों को आज ही विमान से भेजा जाएगा मुंबई

काठमांडू, 26 अगस्त (हि.स.)। मार्स्यांगदी नदी में गिरी भारतीय नंबर वाली बस को आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार निकल लिया गया है। दुर्घटनाग्रस्त बस को नदी से निकलने के लिए सुबह से ही मुगलिन-अम्बुखैरेनी सड़क खंड को बंद रखा गया था। वैसे तो इस सड़क खंड को पहले आज सुबह साढ़े तीन घंटे के लिए बंद किया गया था, लेकिन इसे आठ घंटे के बाद बस निकलने के बाद ही खोला जा सका।

जिला पुलिस कार्यालय तनहुं के प्रवक्ता दीपक कुमार राय ने बताया कि शुरू में लगा कि तीन चार घंटे में बस को निकाल लिया जाएगा। लेकिन बाद में दो क्रेन का इस्तेमाल कर बस को निकलने में सफलता मिली।

स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा कल ही सूचना प्रकाशित कर चार घंटे तक सड़क बंद रहने की जानकारी दी गई थी। लेकिन आठ घंटे तक सड़क बंद रहने से दोनों तरफ काफी लंबा ट्रैफिक जाम लग गया था। निर्धारित समय से अधिक समय तक सड़क बंद करने से यात्री फंसे रहे । हालांकि प्रशासन के तरफ से दोनों तरफ इमरजेंसी के लिए एंबुलेंस खड़ी की गई थी।

उल्लेखनीय है क 23 अगस्त को पोखरा से भारतीय तीर्थयात्रियों को लेकर भारतीय नंबर की एक बस काठमांडू आ रही थी, जो अंबुखैरेनी में मार्स्यांगदी नदी में गिरी गई। इस दुर्घटना में 27 लोगों की मौत हो गई। शवों को भारत ले जाया गया और घायलों का इलाज काठमांडू में किया जा रहा है। 16 घायलों को काठमांडू के मेडिकल कालेज में उपचार किया जा रहा था जिनमें से 7 को आज ही 4 बजे विमान से मुंबई भेजा जा रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास / संजीव पाश