हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ऑर्बन ने रूस-यूक्रेन तनाव बढ़ाने का ईयू पर लगाया आरोप

 


बुडापेस्ट, 25 दिसंबर (हि.स.)। हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ऑर्बन ने यूरोपीय संघ (ईयू) पर रूस और यूक्रेन के बीच तनाव को जानबूझकर बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ईयू की मौजूदा नीतियां युद्ध को शांत करने के बजाय उसे और भड़काने का काम कर रही हैं।

ऑर्बन ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध अब एक निर्णायक मोड़ के करीब पहुंच रहा है। उन्होंने दावा किया कि हाल के हफ्तों में युद्ध की गति को धीमा करने और किसी समाधान की दिशा में बढ़ने के संकेत मिले थे, लेकिन इसके बावजूद ईयू की नीतियों ने हालात को और जटिल बना दिया है।

हंगरी के प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि उनका देश संघर्ष को सुलझाने के लिए संवाद और कूटनीति के पक्ष में है। उन्होंने कहा, “हमें हथियारों की आपूर्ति और टकराव बढ़ाने के बजाय शांति प्रक्रिया को मजबूत करने पर ध्यान देना चाहिए।”

ऑर्बन ने यह भी दोहराया कि हंगरी रूस के खिलाफ प्रतिबंधों और युद्ध को लंबा खींचने वाली नीतियों का लगातार विरोध करता रहा है। उनके अनुसार, युद्ध का खामियाजा न केवल संबंधित देशों को बल्कि पूरे यूरोप को आर्थिक और सामाजिक रूप से भुगतना पड़ रहा है।

प्रधानमंत्री ऑर्बन के इस बयान से एक बार फिर यूरोपीय संघ के भीतर रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर मतभेद उजागर हो गए हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय