नेपाल में राजतंत्र पुनर्बहाली के समर्थकों पर सरकार सख्त, धरपकड़ तेज

 




काठमांडू, 24 नवंबर (हि.स.)। नेपाल में राजतंत्र की पुनर्बहाली की मांग को लेकर लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को प्रदर्शन कर रहे लोगों पर सरकार ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। प्रदर्शनकारियों की धरपकड़ तेज करते हुए इस अभियान का नेतृत्व कर रहे नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है।

विगत दिनों काठमांडू में राजतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों और विरोधियों के शक्ति प्रदर्शन के कारण दिनभर तनाव का माहौल बना रहा। राजतंत्र पुनर्बहाली अभियान का नेतृत्व कर रहे दुर्गा प्रसाईं ने मौजूदा व्यवस्था में परिवर्तन होने तक आंदोलन जारी रखने की घोषणा की थी। इसके बाद सुबह से ही प्रदर्शनकारियों ने काठमांडू के तीनकुने क्षेत्र में प्रदर्शन शुरू कर दिया था। इस कारण तनावपूर्ण माहौल बनने के मद्देनजर काठमांडू जिला प्रशासन ने तिनकुने क्षेत्र में निषेधाज्ञा लगा दिया है। काठमांडू के प्रमुख जिलाधिकारी जीतेन्द्र बस्नेत ने कहा कि किसी भी समूह या अभियान को विरोध प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी गई है। अगर निषेधाज्ञा वाले इलाकों में प्रदर्शन हुआ तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

निषेधाज्ञा लगने के बाद से ही स्थानीय पुलिस महकमा सक्रिय हो गया है और प्रदर्शनकारियों की धरपकड़ में जुट गया है। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे प्रसाईं ने मीडियाकर्मियों को बताया कि सिर्फ तीनकुने क्षेत्र ही नहीं बल्कि काठमांडू के अन्य क्षेत्रों से भी उनके समर्थकों को गिरफ्तार किया जा रहा है। उनका दावा है कि काठमांडू के बाहर जिलों से आए सैकड़ों ऐसे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने अपने पकड़ा है, जो वापस अपने घरों को जा रहे हैं।

प्रसाईं ने बताया कि भक्तपुर स्थित उनके निवास को पुलिस ने चारों ओर से घेर कर रखा है और उनको आज घर से बाहर नहीं निकलने दिया गया है। प्रसाईं ने कहा कि उनको नजरबंद करने या उनके समर्थकों पर कार्रवाई से अभियान नहीं रुकने वाला है।

हिन्दुस्थान समाचार/पंकज दास/पवन