नेपाल के पूर्व गृहमंत्री बालकृष्ण खांड को सात महीने बाद मिली जमानत
काठमांडू, 14 दिसंबर (हि.स.)। नेपाली नागरिकों को फर्जी भूटानी शरणार्थी बनाकर अमेरिका भेजने के आरोप में पिछले सात महीने से जेल में बंद नेपाल के पूर्व गृहमंत्री बालकृष्ण खांड को पाटन उच्च न्यायालय से गुरुवार को जमानत मिल गई।
उच्च न्यायालय के न्यायाधीश कृष्णराम कोइराला की बेंच ने जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए 30 लाख रुपये के मुचलके पर जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया। पिछली बार उच्च न्यायालय के ही दो जजों की बेंच में खांड को जमानत पर रिहा करने को लेकर एक राय नहीं बन पाई थी। उस समय एक न्यायाधीश ने जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया था, लेकिन दूसरे ने इससे असहमति जताते हुए तीसरे न्यायाधीश को बेंच में शामिल करने का फैसला दिया था। दो न्यायाधीशों के फैसले में असहमति के बाद आज तीसरे न्यायाधीश ने इस मामले में फैसला सुनाया।
अपने फैसले में न्यायाधीश कोइराला ने बालकृष्ण खांड के प्रत्यक्ष संलग्नता या पैसों के लेनदेन में सीधा प्रमाण नहीं होने के कारण जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया है। खांड सत्तारूढ़ नेपाली कांग्रेस के प्रभावशाली नेताओं में एक हैं। वह पार्टी अध्यक्ष शेरबहादुर देउबा के विश्वासपात्र भी माने जाते हैं। फर्जी भूटानी शरणार्थी मामले में पूर्व गृहमंत्री और पूर्व माओवादी नेता टोपबहादुर रायमांझी, तत्कालीन गृहमंत्री और पूर्व माओवादी नेता रामबहादुर थापा के प्रमुख सलाहकार इन्द्रजीत राई, तत्कालीन गृह सचिव टेकनारायण पाण्डे सहित कुछ लोगों की जमानत याचिका उच्च न्यायालय ने पहले ही खारिज कर दी है।
हिन्दुस्थान समाचार/पंकज दास/पवन