बांग्लादेश में डेली स्टार के पत्रकार का घर फूंका, जलाई जीवन भर की कमाई
ढाका, 19 दिसंबर (हि.स.)। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हुई हिंसा ने सिर्फ इमारतें नहीं जलाईं, बल्कि एक फोटो पत्रकार के पूरे करियर और उसकी जिंदगी की यादों को भी राख कर दिया। डेली स्टार के फोटो पत्रकार प्रवीर दास जली हुई लिफ्ट के सामने खड़े होकर फूट-फूट कर रोते नजर आए। उनके लिए तस्वीरें सिर्फ पेशा नहीं थीं, बल्कि जीने का सहारा थीं। लेकिन एक ही रात में उनका सब कुछ खत्म हो गया।
डेली स्टार का पूरा दफ्तर आग की चपेट में आ गया। दीवारों और फर्श पर काले जले हुए निशान हैं। लिफ्ट का दरवाजा टूटकर लटक रहा है। उसी के सामने खड़े होकर प्रवीर दास अपनी आंखों के सामने अपना सपना जलते देख रहे थे। उस दिन उनके हाथ में कैमरा नहीं था। कैमरा और लेंस दफ्तर के ड्रॉअर में रखे थे, जो आग में जलकर नष्ट हो गए। बच्चों की तरह रोते हुए उन्होंने कहा कि सालों की मेहनत पल भर में खत्म हो गई।
प्रवीर ने अपने पूरे करियर में ली गई तस्वीरें दफ्तर के कंप्यूटर और हार्ड ड्राइव में संभालकर रखी थीं। वही तस्वीरें अब राख बन चुकी हैं। लिफ्ट के सामने शून्य नजरों से खड़े प्रवीर बहुत कुछ कहना चाहते थे, लेकिन जैसे किसी अपने को खोने का गम उनकी आवाज छीन ले रहा था। सवाल उठता है कि आग लगाने वालों को क्या पता है कि एक फोटो पत्रकार के लिए ये हार्ड ड्राइव उसकी पूरी जिंदगी होती है।
आंसुओं से लाल आंखों और बिखरे बालों के साथ किसी तरह खुद को संभालते हुए उन्होंने कहा कि एक पत्रकार के ड्रॉअर में कैमरा, लेंस और दूसरे सामान मिलाकर कम से कम 25 से 30 लाख रुपये की चीजें होती हैं। कुछ पल चुप रहने के बाद बाहर की ओर देखते हुए उन्होंने कहा कि उनके सारे सपने, उनकी जिंदगी की तस्वीरें और चार से पांच हार्ड ड्राइव सब जलकर खत्म हो गए। इसके बाद वे खुद को रोक नहीं पाए और जोर-जोर से रोने लगे। उग्र भीड़ ने सिर्फ दफ्तर नहीं जलाया, बल्कि उनके सपनों को भी जला दिया।
डेली स्टार के दफ्तर में मौजूद दूसरे पत्रकार भी सदमे में दिखे। घबराए और गुस्से में उन्होंने बताया कि चार मंजिल से छह मंजिल तक सब कुछ जला दिया गया है। एक भी ड्रॉअर सुरक्षित नहीं छोड़ा गया। जब आग लगी, उस समय पत्रकार जाइमा इस्लाम दफ्तर में ही थीं। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा कि उनका दम घुट रहा है, चारों तरफ धुआं है और वे अंदर फंसी हुई हैं।
छात्र संगठन इंकलाब मंच के प्रवक्ता उस्मान हादी की मौत के बाद से ही बांग्लादेश में हालात तनावपूर्ण हैं। गुरुवार रात ढाका की सड़कों पर उग्र भीड़ उतर आई। भीड़ ने पहले प्रथोम आलो और फिर डेली स्टार के दफ्तर पर धावा बोला। टेबल, कुर्सी, टीवी, कंप्यूटर सब तोड़ दिए गए और अंत में दोनों दफ्तरों में आग लगा दी गई।
रात में ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और पूरी रात आग बुझाने का काम चलता रहा। सुबह होते ही पत्रकार और फोटो जर्नलिस्ट अपने जले हुए दफ्तर पहुंचे। अपने कार्यस्थल की हालत देखकर वे खुद को संभाल नहीं पाए। शुक्रवार को प्रथोम आलो और डेली स्टार का मुद्रित संस्करण प्रकाशित नहीं हो सका और ऑनलाइन सेवाएं भी अस्थायी रूप से बंद रखी गईं।
इस बीच बांग्लादेश सरकार ने दोनों समाचार पत्रों के साथ खड़े होने का भरोसा दिया है। अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने अखबारों के संपादकों से बात की, संवेदना जताई और हर तरह की मदद का आश्वासन दिया है।-------------------
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर