बांग्लादेश के पूर्व कानूनमंत्री हक और पूर्व आईजी अल-मामून पर एक और केस, अब जुबैर अहमद हत्याकांड में गिरफ्तारी

 




ढाका, 23 सितंबर (हि.स.)। बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद गंभीर आरोपों का सामना कर रहे जेल में बंद पूर्व कानूनमंत्री अनीसुल हक और पूर्व आईजी चौधरी अब्दुल्ला अल-मामून पर एक और केस पंजीकृत किया गया है। अब उन्हें पांच अगस्त को आरक्षण सुधार आंदोलन के दौरान हाफिज मोहम्मद जुबैर अहमद की हत्या के मामले में आज गिरफ्तार कर लिया गया।

द डेली स्टार अखबार के अनुसार, ढाका मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट मोहम्मद नूरुल हुदा चौधरी ने दोनों की गिरफ्तारी का आदेश जांच अधिकारी सरवर खान रसेल के आग्रह को मंजूर करते हुए दिया। सरवर रसेल अदबोर पुलिस स्टेशन के उप निरीक्षक हैं। उन्होंने अदालत को बताया कि जुबैर हत्याकांड में दोनों एफआईआर में नामजद हैं। सुनवाई के दौरान अनीसुल और मामून कोर्ट में मौजूद रहे। जांच अधिकारी के अनुसार, 12 सितंबर को मृतक के पिता मोहम्मद कमालुद्दीन ने अनीसुल और मामून के खिलाफ खिलगांव थाने में हत्या का मामला दर्ज कराया था।

उल्लेखनीय है कि पूर्व कानून मंत्री अनीसुल हक को 14 अगस्त को ढाका के सदरघाट से भागते समय गिरफ्तार किया गया। उन्हें गुनहगारों की तरह रस्सियों से बांध दिया गया। यही नहीं एक घंटे के भीतर उन पर दोहरा हत्याकांड में शामिल होने का आरोप लगा दिया गया। पूर्व पुलिस महानिरीक्षक अल-मामून को तीन सितंबर को ढाका के उत्तरा इलाके से गिरफ्तार किया गया था।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद