नृत्य नाटिका के रुप में मंच पर उतरी राम कथा

 




लखनऊ, 29 दिसम्बर (हि.स.)। यूपी महोत्सव में शुक्रवार की शाम सम्पूर्ण श्रीराम कथा नृत्य नाटिका के रुप में मंच पर उतरी। वहीं रामराज्य और लोकतंत्र विषयक विमर्श में वर्तमान व रामायणकालीन सामाजिक ताने-बाने पर सार्थक चर्चा हुई। महोत्सव के पण्डाल में लोक संस्कृति शोध संस्थान द्वारा आयोजित लोक विमर्श के द्वितीय दिवस वक्ताओं ने महात्मा गांधी के सर्वोदय, दीनदयाल के अंत्योदय के मूल में रामराज्य की प्रेरणा बतायी गयी।

विमर्श में वरिष्ठ साहित्यकार डा. करुणा पाण्डेय, ज्योति काला, डा. राधा बिष्ट, इतिहासविद् डा. संगीता शुक्ला ने अपनी बात रखी। विमर्श के दौरान दर्शकों से रामकथा पर आधारित प्रश्न पूछे गये और सही उत्तर देने वालों को पुरस्कृत किया गया। आयोजन का शुभारंभ एकश्लोकी रामायण से हुआ।

नृत्य गुरु निवेदिता भट्टाचार्य और संगीत गुरु अंतरा के निर्देशन में 27 कलाकारों ने अवध में राम आये हैं नामक नृत्य नाटिका में सम्पूर्ण रामायण को मंच पर उतारा।

कलाकारों में सौम्या गोयल, सोनिया धर्मपाल, शिल्पी साहू, सुमन मिश्रा, नेहा प्रजापति, स्नेहा, किंजल, नव्या दवे, संस्कृति, मिहिका गांगुली, अविका गांगुली, शीर्षा अग्रवाल, अम्या सिंह, आद्रिका मिश्रा, अथर्व श्रीवास्तव, अव्युक्ता, कर्णिका सिंह, अनिष्का सर्राफ, गुनश्री आर, वानी सिन्हा, सीमा सर्राफ, विवान दवे, शिवान, सम्यक, शिनॉय सम्मिलित रहे।

मंच पर जादूगर सुरेश कुमार ने जादू के हैरतअंगेज करतब दिखाए वहीं बंगाल का काला जादू की प्रस्तुति भी हुई। युवा मैजिशियन एवं माइंड रीडर मोहम्मद तुसी ने एक दर्शक की जेब में रखे नोट का नंबर तथा एक दर्शक द्वारा बनाये गये चित्र की पर्ची निकाली। नटराजन पपेट ग्रुप की ओर से देवीशंकर ने कठपुतलियों के माध्यम से लोगों को सामाजिक एकता, स्वच्छता, स्वास्थ्य रक्षा आदि के सन्देश दिये।

कार्यक्रम में सेवानिवृत्त वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी अनिल पाण्डेय, प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह, सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रभारी अरविन्द सक्सेना, नीलम वर्मा, डा. नरेश चन्द्र गुप्ता, हर्षित व कौस्तुभ सहित अन्य मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/बृजनन्दन/राजेश