सुशांत सिंह राजपूत के जाने का गम किसी को नहीं: निर्देशक दिबाकर बनर्जी

 




निर्देशक दिबाकर बनर्जी ने दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के साथ फिल्म 'डिटेक्टिव व्योमकेश बख्शी' में काम किया था। फिल्म तो ज्यादा सफल नहीं रही, लेकिन इसमें सुशांत के काम को काफी सराहना मिली। अब फिल्म 'लव सेक्स और धोखा-2' के रिलीज से एक दिन पूर्व एक इंटरव्यू में दिबाकर ने सुशांत की मौत और उसके बाद बने माहौल पर अपने मन की बात बताई।

जून 2020 में सुशांत का शव उनके घर से मिला था। उस समय कहा गया था कि उन्होंने आत्महत्या की है, लेकिन बाद में जब यह संदेह हुआ कि सुशांत के साथ कुछ हुआ होगा तो मामले की जांच पहले मुंबई पुलिस और फिर सीबीआई को सौंप दी गई। दिबाकर ने कहा है कि इस पूरे मामले में किसी को भी सुशांत की कमी महसूस होती नजर नहीं आई। दिबाकर ने सुशांत के निधन के बाद के दिनों को याद किया। दिबाकर ने कहा कि एक युवा अभिनेता की मौत पर शोक मनाने के बजाय लोगों ने इस बात पर ध्यान केंद्रित किया कि उनकी मौत किस वजह से हुई। उसकी मौत के बाद उनके बारे में बहुत कुछ चल रहा था, लेकिन जो खबरें आ रही थीं, उसके कारण मैं इन सब से दूर हो गया। मैं सब कुछ सुन रहा था, लेकिन मैंने किसी को यह कहते नहीं देखा कि एक युवा अभिनेता का निधन हो गया है।' मैंने अपने आसपास किसी को उनकी मौत पर शोक मनाते नहीं देखा। दिबाकर ने कहा कि लोग उनके निधन पर मसालेदार गपशप ढूंढ रहे थे, यह सब देखने के बाद मुझे खुद को उस स्थिति से दूर करना पड़ा, क्योंकि कोई भी सुशांत के निधन का दुख नहीं मना रहा था।

दिबाकर ने कहा कि कोई भी सुशांत की सफलता के बारे में बात नहीं कर रहा था, हर कोई केवल 'साजिश, ड्रग्स, हत्या' के बारे में बात कर रहा था। उनकी मौत के बाद शोक सभाएं कहां थीं? उनकी फिल्मों की चर्चा कहां होती थी? जो लोग उनसे प्यार करते थे, उन्हें उनकी फिल्में ही दिखानी चाहिए थीं। हम उनकी अच्छी यादों को संजोकर क्यों नहीं रखते। उन्होंने स्पष्ट राय व्यक्त की कि लोग उनकी मौत की चर्चा केवल अपने दुःख भुलाने के लिए करते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ लोकेश चंद्रा/सुनील