फिल्म समीक्षा: 'गौरैया लाइव' हल्के-फुल्के मनोरंजक अंदाज में देती है बड़ा संदेश
भारत में खुले बोरवेल में बच्चों के गिरने की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं, जो सरकारी तंत्र की गैर जिम्मेदारी का परिणाम होता है। इसी समस्या पर युवा निर्देशक गेब्रियल वत्स की फिल्म ‘गौरैया लाइव’ शानदार अभिनय, मधुर संगीत और ड्रामा के साथ दर्शकों को हल्के-फुल्के मनोरंजक अंदाज में बहुत बड़ा संदेश देने में कामयाब है।
कहानी भोपाल की एक घटना पर आधारित है, जहां एक निर्माण स्थल पर एक मजदूर रामपाल अपनी बेटी गौरैया के लिए बेहतर जीवन का सपना देखते हुए काम कर रहा है। एक मनहूस दिन गौरैया एक बोरवेल में गिर जाती है। उधर गौरैया की बड़ी बहन सपना की ज़िंदगी भी उथल-पुथल के कगार पर खड़ी है। दहेज की मांग के बोझ तले अमित के साथ उसकी शादी टूट गई, जिससे उसका दिल भी टूट गया और वह निराश हो गई है। 36 घंटों तक गौरैया दम घुटने वाले अंधेरे में उम्मीद का चिराग लिए सांसें लेती रही। जब गौरैया बोरवेल से जिंदा बाहर आई, तो सारा जग खुशी से झूम उठा।
कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करने वाले मजदूरों, उनके परिवार, बच्चों की जिंदगी कितनी मुश्किल और खतरों भरी होती है, यह फ़िल्म इस ओर प्रकाश डालती है। बोरवेल में गिरने वाले बच्चों को बचाने के लिए क्या-क्या प्रयास होते हैं और उन क्षणों में बच्चे की क्या मनोदशा होती है, यह फिल्म में दर्शाया गया है। आज आप हर जगह देखें तो लोग ऊंची बिल्डिंग, टॉवर बना रहे हैं, मगर उन्हें अपनी जान जोखिम में डालकर बनाने वाले मजदूरों और उनके परिवार वालों के बारे में लोग कुछ नहीं सोचते।
यह फ़िल्म बहुत बड़ा सवाल खड़ा करती है कि इस तरह से बोरवेल खुले छोड़ना क्या दुर्घटना को निमंत्रण देना नहीं है? बिल्डर, ठेकेदार इस बात का ध्यान नहीं रखते कि इसमें कोई बच्चा गिर कर अपनी जान गंवा सकता है। यह फ़िल्म इस गम्भीर मुद्दे को बहुत ही प्रभावी ढंग से दर्शाती है। अदा सिंह, ओंकार दास, सीमा सैनी और नरेंद्र खत्री ने अपने अपने किरदारों के साथ इंसाफ किया है। निर्देशक गेब्रियल वत्स ने फ़िल्म को बांधकर रखा है और उनके डायरेक्शन में एक नयी बात नजर आती है।
हालांकि, फ़िल्म एक सर्वाइवल ड्रामा है लेकिन इसमें कुछ बहुत बढ़िया सिचुएशनल सॉन्ग भी हैं। फ़िल्म का संगीत सुंजॉय बोस और सीमा सैनी ने दिया है, जिसके भावपूर्ण गीत सीमा सैनी ने लिखे हैं। शान ने एक गीत गाया है और फ़िल्म में उन्होंने वाइस ओवर भी दिया है।
फिल्म समीक्षा: गौरैया लाइव
कलाकार: अदा सिंह, ओंकार दास, सीमा सैनी, नरेंद्र खत्री, शगुफ्ता अली, विनय झा
निर्देशक: गेब्रियल वत्स
रेटिंग: 3.5
हिन्दुस्थान समाचार/लोकेश चंद्रा/सुनीत