मिमोह एक अद्भुत अभिनेता, दुर्भाग्य से बॉलीवुड गंभीरता से नहीं ले रहा: नमाशी
अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने 80 के दशक में फिल्म इंडस्ट्री पर राज किया। उन्होंने बॉलीवुड को एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दीं। वह आज भी हिंदी सिनेमा में सक्रिय हैं। इंडस्ट्री में नेपोटिज्म को लेकर काफी चर्चा होती है। स्टारकिड्स को काफी मौके मिलते हैं। मिथुन चक्रवर्ती के बच्चे होने के बावजूद मिमोह और नमाशी एक्टिंग में कमाल नहीं कर पाए। मिथुन के छोटे बेटे नमाशी ने हाल ही में 'बैड बॉय' से डेब्यू किया है। नमाशी ने कहा है कि अगर उन्हें अपने बड़े भाई मिमोह और अभिषेक बच्चन के समान अवसर मिलते तो वह सफल होते।
एक इंटरव्यू में नमाशी ने मिमोह के बारे में कहा, 'वह सुपरस्टार बनने के लिए पैदा हुआ है, उसमें सुपरस्टार बनने की क्षमता है, लेकिन इंडस्ट्री अन्य स्टार किड्स के साथ बहुत व्यस्त है। मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि अगर मेरे भाई को अभिषेक बच्चन के समान अवसर मिले होते तो वह आज सुपरस्टार बन गया होता।' मिथुन चक्रवर्ती के बेटे मिमोह ने साल 2008 में फिल्म 'जिम्मी' से फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू किया था। 'हॉन्टेड 3डी' और 'लूट' जैसी कुछ फिल्मों में काम करने के बाद वह पर्दे पर नजर नहीं आए। पिछले साल वह नवाजुद्दीन सिद्दीकी की फिल्म 'जोगीरा सा रा रा' में सपोर्टिंग रोल में नजर आए थे। लोग ''जिम्मी'' को एक बड़े प्रोडक्शन की फिल्म से ज्यादा एक बड़ी फ्लॉप के रूप में देखते हैं।
नमाशी ने कहा, मुझे लगता है कि निमोह एक अद्भुत अभिनेता हैं, जिन्हें दुर्भाग्य से बॉलीवुड अभी भी गंभीरता से नहीं ले रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/ लोकेश चंद्रा/सुनील