सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने की पूनम पांडे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग
बॉलीवुड एक्ट्रेस और मॉडल के नाम से मशहूर पूनम पांडे का सर्वाइकल कैंसर के कारण निधन हो गया, इसकी जानकारी उनकी टीम ने शुक्रवार 2 फरवरी को दी। उनके प्रबंधक ने इस संबंध में एक विस्तृत इंस्टाग्राम पोस्ट शेयर किया। इसके बाद एक्ट्रेस की मौत को लेकर कई सवाल उठे। उसके परिवार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। कुल मिलाकर पूनम की मौत का रहस्य बढ़ता जा रहा था। आख़िरकार इन 24 घंटों के नाटकीय घटनाक्रम के बाद पूनम पांडे को जीवित पाया गया।
इस बात की जानकारी खुद पूनम पांडे ने इंस्टाग्राम पोस्ट शेयर करके दी है। उन्होंने इस वीडियो के जरिए बताया, ''मैं जिंदा हूं, मेरी मौत कैंसर से नहीं हुई है।'' इसके अलावा उन्होंने सभी से माफी भी मांगी है। पूनम और उनकी पीआर टीम ने सर्वाइकल कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए यह कदम उठाया। पूनम ने स्वीकार किया कि युवा लड़कियों को बीमारी के खिलाफ टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करने और बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए उन्होंने अपनी मौत की झूठी खबर फैलाई।
उनके इस जवाब के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने उन्हें आड़े हाथों ले लिया है। कुछ लोगों ने मांग की है कि सिर्फ पब्लिसिटी के लिए इतने निचले स्तर पर जाने और ऐसा स्टंट करने के लिए पूनम को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। अब ''ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन'' ने भी एक बयान जारी कर पूनम की इस हरकत की आलोचना की है। इस बयान में एसोसिएशन ने मांग की है कि पूनम के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाए।
बयान में कहा गया है, मॉडल और एक्ट्रेस का यह फर्जी पीआर स्टंट बहुत गलत है। सर्वाइकल कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को प्रमोशन के लिए इस्तेमाल करना अक्षम्य अपराध है। इस खबर के बाद लोग इंडस्ट्री में किसी की भी मौत की खबर पर न तो यकीन नहीं करेंगे और न ही यकीन करने से कतराएंगे। फिल्म इंडस्ट्री में कोई भी प्रमोशन के लिए इतने निचले स्तर तक नहीं गिरा है। ऐसी पीआर एजेंसी और पूनम पांडे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए, जो इस तरह से अपनी मौत का फायदा उठा रहे हैं। यह खबर सुनने के बाद पूरी फिल्म इंडस्ट्री और जनता ने पूनम को श्रद्धांजलि दी। पूनम के मैनेजर ने भी उनकी मौत की खबर की पुष्टि की है। इसलिए पूनम के साथ-साथ उनके मैनेजर के खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
दरअसल, सिर्फ सिने वर्कर्स एसोसिएशन ही नहीं बल्कि देश का हर आम नागरिक, नेटीजन इस समय पूनम के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। फिलहाल सोशल मीडिया पर पूनम की काफी आलोचना हो रही है, जिन्होंने अपने आर्थिक फायदे के लिए इस तरह से लोगों की भावनाओं का मखौल उड़ाया है।
हिन्दुस्थान समाचार/ लोकेश चंद्रा/दधिबल