त्रिपुरा भैरवी की पूजा करने से मिलती है कार्य में सफलता, प्राप्त होती है मानसिक शक्ति
मां दुर्गा की शक्तियों में से एक है त्रिपुरा भैरवी। इनकी पूजा करने वाले भक्तों को अपने प्रयासों में सफलता मिलती है और मानसिक शक्ति प्राप्त होगी। शक्तियों के 90 से अधिक रूपों में से अब केवल कुछ ही देवता मौजूद हैं। उनके कई मंदिर या मूर्तियाँ अस्तित्व में नहीं रह गई हैं और उनमें से एक या दो निजी घरों के अंदर हैं जहाँ सार्वजनिक पूजा की अनुमति नहीं है।
मां दुर्गा की शक्तियों में से एक है त्रिपुरा भैरवी। इनकी पूजा करने वाले भक्तों को अपने प्रयासों में सफलता मिलती है और मानसिक शक्ति प्राप्त होगी। शक्तियों के 90 से अधिक रूपों में से अब केवल कुछ ही देवता मौजूद हैं। उनके कई मंदिर या मूर्तियाँ अस्तित्व में नहीं रह गई हैं और उनमें से एक या दो निजी घरों के अंदर हैं जहाँ सार्वजनिक पूजा की अनुमति नहीं है।
त्रिपुरा भैरवी का स्थान
त्रिपुरा भैरवी डी.5/24, मीर घाट पर स्थित है। भक्त दशाश्वमेध विश्वनाथ गली से इस स्थान पर पहुंच सकते हैं और पहला दाहिना मोड़ ले सकते हैं। यह एक प्रसिद्ध स्थान है। इस मंदिर में त्रिपुरेश्वर शिव लिंग भी है, जिसका उल्लेख काशी खंड, अध्याय 69 में मिलता है। भक्त इन दोनों लिंगों की पूजा भी कर सकते हैं।
पूजा के प्रकार
पूजा स्थल सुबह 05.00 बजे से सुबह 10.00 बजे तक और शाम 06.00 बजे से रात 10.00 बजे तक खुला रहता है। सुबह-शाम आरती होती है। अन्य समय में भक्त ग्रिल गेट के माध्यम से पूजा कर सकते हैं।