काशी में 12 ज्‍योति‍र्लिंग मंदि‍र :  विश्वेश्वर महादेव मंदिर

वाराणसी में स्थित वि‍श्‍वेश्‍वर ज्योतिर्लिंग वस्‍तुत: यहां वि‍राजमान श्रीकाशी वि‍श्‍वनाथ ज्‍योति‍र्लिंग ही है।  काशी खण्ड के अनुसार वि‍श्‍वेश्वर ज्योतिर्लिंग वाराणसी के ज्ञानवापी क्षेत्र में परिसर में स्थित है।

 

वाराणसी में स्थित वि‍श्‍वेश्‍वर ज्योतिर्लिंग वस्‍तुत: यहां वि‍राजमान श्रीकाशी वि‍श्‍वनाथ ज्‍योति‍र्लिंग ही है।  काशी खण्ड के अनुसार वि‍श्‍वेश्वर ज्योतिर्लिंग वाराणसी के ज्ञानवापी क्षेत्र में परिसर में स्थित है।

शिव महापुराण में विश्वेश्वर ज्योतिर्लिंग के महात्म्य एवं उनके उद्भव या प्राकट्य के सम्बन्ध में कथा वर्णित है। काशी मोक्ष प्रकाशिका एवं ज्ञान-दात्री शिवजी की प्रिय नगरी है। यहाँ शिवजी ने अपने मुक्तिदायक ज्योतिर्लिंग को स्वयं स्थापित किया। इस नगरी का ब्रह्मा जी के एक दिन पूरे होने पर भी नाश नहीं होता तथा प्रलय में शिवजी इसे अपने त्रिशूल पर धारण किये रहते हैं।

मान्यता अनुसार काशी में स्थित विश्वेश्वर लिंग मुक्तिदाता एवं सम्पूर्ण कामनाओं को पूर्ण करने वाला है। ऐसा माना जाता है कि शिवजी के इस क्षेत्र (काशी) में सभी को मुक्ति की प्राप्ति होती है तथा इस क्षेत्र में उत्पन्न हुआ चाहे वह स्वेदज, अण्डज, उद्भिज कोई भी जीव हो मरने पर मोक्ष प्राप्त करता है। यहाँ किसी प्रकार की साधना, सिद्धि की आवश्यकता नहीं है। जो मनुष्य काशी में आकर गंगा स्नान करता है वह पूर्व जन्म के संचित किये गए कर्म तथा इस जन्म में किये गए अशुभ कर्मों का विनाश कर मुक्ति की प्राप्ति करता है।

पूजा का सर्वश्रेष्ठ समय
श्रद्धालुओं द्वारा दर्शन-पूजन हेतु मंदिर 1 से 2 घंटों के अंतराल में 24 घंटे खुला रहता है। मंदिर में प्रातः 3:00-4:00 बजे मंगला आरती, 11:15 से दोपहर 12:20 बजे भोग आरती, सायं 7:00 से 7:30 तक सप्त ऋषि आरती, रात्रि 9:00 से 10:00 बजे तक दैनिक श्रृंगार आरती तथा रात्रि 10:30 से 11:00 बजे शयन आरती होती है।

अधिक जानकारी तथा विशेष पूजा करने हेतु मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट www.shrikashivishwanath.org पर जा सकते हैं।

मंदिर की स्थान
विश्वेश्वर मंदिर काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी में स्थित है।