योगी आदित्यनाथ ने खुशियों में बदले दुख के आंसू 

कहते हैं कि रोटी, कपड़ा और मकान इंसान की यही सबसे बड़ी जरूरत होती है। जब इस पर आंच आती है तो दिल रो पड़ता है। कुकरैल नदी पुनर्जीवन परियोजना से प्रभावित पंतनगर, इंद्रप्रस्थनगर, रहीमनगर के निवासी भी कई महीनों से घर उजड़ने जैसी ऐसी अफवाह को लेकर परेशान थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब 'अपने परिवार' (यूपी) पर संकट के बादल देखे तो मंगलवार सुबह पीड़ितों को अपने आवास बुला लिया। इस दौरान सीएम योगी का मानवीय चेहरा फिर से दिखा तो लोगों को बड़ी राहत भी मिल गई। फरियादी जब 5केडी पहुंचे तो आंखों में दुख के आंसू थे, लेकिन जब एक घंटे बाद वे अपने घरों की तरफ बढ़ने लगे तो यह आंसू खुशियों में बदल गए। महज कुछ पल के भीतर ही योगी आदित्यनाथ के लिए चहुंओर दुआओं के बोल उमड़ पड़े। कुछ लोगों ने तो यहां तक कहां कि जब तक यूपी पर बाबा की छांव है तो हर यूपीवालों से दूर हर जख्म और घाव है। 
 

लखनऊ। कहते हैं कि रोटी, कपड़ा और मकान इंसान की यही सबसे बड़ी जरूरत होती है। जब इस पर आंच आती है तो दिल रो पड़ता है। कुकरैल नदी पुनर्जीवन परियोजना से प्रभावित पंतनगर, इंद्रप्रस्थनगर, रहीमनगर के निवासी भी कई महीनों से घर उजड़ने जैसी ऐसी अफवाह को लेकर परेशान थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब 'अपने परिवार' (यूपी) पर संकट के बादल देखे तो मंगलवार सुबह पीड़ितों को अपने आवास बुला लिया। इस दौरान सीएम योगी का मानवीय चेहरा फिर से दिखा तो लोगों को बड़ी राहत भी मिल गई। फरियादी जब 5केडी पहुंचे तो आंखों में दुख के आंसू थे, लेकिन जब एक घंटे बाद वे अपने घरों की तरफ बढ़ने लगे तो यह आंसू खुशियों में बदल गए। महज कुछ पल के भीतर ही योगी आदित्यनाथ के लिए चहुंओर दुआओं के बोल उमड़ पड़े। कुछ लोगों ने तो यहां तक कहां कि जब तक यूपी पर बाबा की छांव है तो हर यूपीवालों से दूर हर जख्म और घाव है। 

समय-समय पर योगी ने पोछे हैं पीड़ितों के आंसू 
यह पहला अवसर नही हैं, जब सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीड़ितों के आंसू पोछे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्वदा यही कहा है कि बुलडोजर सिर्फ माफिया व अपराधियों के लिए है। कभी-कभी गरीबों, आमजन, पीड़ित, व्यापारी, कमजोर की झोपड़ी, मकान और दुकान पर यह बुलडोजर नहीं चलेगा। सीएम ने यह भी कहा कि किसी भी गरीबों को हटाने से पहले उनकी समुचित व्यवस्था भी की जाए। प्रयागराज में माफिया की जमीन पर बुलडोजर चलाकर इसे खाली कराया तो इस पर 76 से अधिक परिवारों को सिर ढकने के लिए छत भी मुहैया कराई।  


महीनों की तकलीफ, पल भर में हुई दूर 
पंत नगर की रहने वाली निशा झा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमें बुलाया और सारी बातें सुनीं। सीएम ने आश्वासन दिया कि यदि रजिस्ट्री है तो आप प्रभावित नहीं होंगे। इस पर भी ध्यान देंगे कि आखिर दहशत का माहौल क्यों है। हमें आश्वासन दिया कि हमारा घर नहीं जाएगा। मेरे पास सीएम के आभार के लिए शब्द नहीं है। छोटे बच्चों को लेकर टेंशन था कि आखिर इन्हें कहां लेकर जाएंगे। इस चिंता में एक सप्ताह से खाना तक नहीं खाया है पर सीएम योगी ने एक झटके में हमारी समस्या का समाधान कर दिया। 

सीएम ने जो समाधान दिया, इससे बेहतर कुछ नहीं 
इंद्रप्रस्थ नगर के अमित श्रीवास्तव ने कहा कि जिन भी अधिकारियों ने निशान लगाए हैं और भ्रम का माहौल फैलाया है। उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। किसी भी गरीब की न जमीन जाएगी और न ही घर टूटेगा। ऐसी व्यवस्था बनाई जाएगी कि भविष्य में बाढ़ का पानी मोहल्ले में न जाए। अफसरों को निर्देश है कि आप लोग नदी का विकास करें, लेकिन किसी का मकान या जमीन न जाए। किन्ही कारणों से ऐसा होता है तो उचित मुआवजा भी दिया जाए। सीएम ने सारे निशान को मिटाने का आदेश दिया है। इससे हमारे जैसे हजारों लोगों को संतुष्टि मिली है। पूरा इलाका योगी जी को धन्यवाद दिया। इससे बेहतर समाधान नहीं हो सकता। 

सीएम के धन्यवाद के लिए शब्द भी कम
रहीम नगर की गुंजन शुक्ला ने योगी जी का तहेदिल से शुक्रिया किया। बोलीं कि उन्होंने हमारा साथ दिया। हमारे बच्चे और परिवार का भी ख्याल रखा। सीएम के धन्यवाद के लिए शब्द भी कम हैं। हमारा घर बच गया, यही हमारे लिए सबसे खुशी की बात है। माननीय मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि नागरिक परेशान न हों, अफवाह फैलाने वालों की सूचना स्थानीय प्रशासन व शासन को उपलब्ध कराई जाए। सीएम ने समस्या का निराकरण किया। भविष्य में नदी के पानी से लोग प्रभावित न हों, इसकी भी कोशिश की जाएगी।