गंगाजल हरिद्वार से ही क्यों लाते हैं, काशी से क्यों नहीं? जानिए इसके पीछे छिपा धार्मिक कारण

हिंदू धर्म में गंगाजल का विशेष महत्व माना गया है और पूजा-पाठ के कार्यों में इसका उपयोग किया जाता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि गंगा तो एक ही है तो फिर गंगाजल हरिद्वार से क्यों लाते हैं काशी से क्यों नहीं?

 

हिंदू धर्म में गंगाजल का विशेष महत्व माना गया है और पूजा-पाठ के कार्यों में इसका उपयोग किया जाता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि गंगा तो एक ही है तो फिर गंगाजल हरिद्वार से क्यों लाते हैं काशी से क्यों नहीं?

गंगाजल का महत्व
हिंदू धर्म में गंगाजल को पवित्र और पूजनीय माना गया है. आमतौर पर किसी भी नदी या तालाब के पानी में कुछ ही दिनों में कीड़े पड़ जाते हैं लेकिन गंगा एक ऐसी नदी है जिसके पानी में कभी कीड़े नहीं पड़ते. गंगाजल हमेशा स्वच्छ व शुद्ध होता है. शास्त्रों में मां गंगा को पूजनीय माना गया है और पूजा-पाठ में गंगाजल का ही उपयोग किया जाता है.

हरिद्वार से ही क्यों लाते हैं गंगाजल?
गंगा नदी देश के कई हिस्सों से होकर गुजरती है और कई पवित्र स्थानों से लोग गंगाजल लेकर आते हैं. विशेष तौर पर हरिद्वार से गंगाजल लाने की प्रथा है, कहते हैं कि हरिद्वार, गौमुख, भागीरथ, गढ़गंगा से लाया गया गंगाजल ही पूजा-पाठ में इस्तेमाल किया जाता है.

काशी से नहीं लाते गंगाजल
गंगा नदी काशी से भी होकर गुजरती है और यहां लोग गंगा नदी में डुबकी लगाते हैं. काशी गंगा में डुबकी लगाना शुभ माना गया है लेकिन वहां से गंगाजल भरकर घर नहीं ला सकते. काशी का गंगाजल पूजा-पाठ में उपयोग करना वर्जित माना गया है.

क्यों नहीं लाते काशी से गंगाजल?
सोशल मीडिया पर जगद्गुरु शंकराचार्य ने बताया कि काशी में मुक्ति मिलती है और यदि कोई वहां जाकर बस गया है तो समझिए उसने मुक्ति पा ली है. ऐसे में यदि मुक्ति पाए गए तत्व को काशी से अलग करेंगे तो पाप लगेगा. उनका कहना है कि गंगाजल में मौजूद कीड़े—कीटाणुओं ने भी वहां मुक्ति पा ली है और ऐसे में अगर आप उस गंगाजल को घर लेकर आएंगे तो पाप लगेगा.

विज्ञान से भी जुड़ा है कारण
काशी का गंगाजल घर क्यों नहीं लाते? इसके पीछे केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि वैज्ञानिक कारण भी है. दरअसल काशी में रोजाना असंख्य लोगों का अंतिम संस्कार किया जाता है और फिर उनके अवशेष गंगा नदी में विसर्जित किए जाते हैं. वैसे तो गंगाजल शुद्ध होता है लेकिन काशी के गंगाजल में कई तरह के कीटाणु मौजूद हैं जो कि हेल्थ के ठीक नहीं हैं. इसलिए काशी से गंगाजल घर लाना वर्जित होता है.