Vastu Tips: पूजा के स्थान पर रखनी चाहिए ये चीजें, पैसों की तंगी हो जाएगी दूर

कई बार लोगों को अचानक धन हानि होने लग जाती है। उनका पैसा तेजी से खर्च होता है। वह खुद चाहकर भी इस पर कंट्रोल नहीं रख पाते। ऐसे में धन हानि को रोकने के लिए ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में कुछ उपाय बताए गए हैं, जिन्हें अपनाकर पैसे की बर्बादी रोकी जा सकती है। इन उपायों से न केवल पैसा कम खर्च होगा, बल्कि खूब धनलाभ भी होगा।

 

कई बार लोगों को अचानक धन हानि होने लग जाती है। उनका पैसा तेजी से खर्च होता है। वह खुद चाहकर भी इस पर कंट्रोल नहीं रख पाते। ऐसे में धन हानि को रोकने के लिए ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में कुछ उपाय बताए गए हैं, जिन्हें अपनाकर पैसे की बर्बादी रोकी जा सकती है। इन उपायों से न केवल पैसा कम खर्च होगा, बल्कि खूब धनलाभ भी होगा।

हरसिंगार के बांदे को पीले कपड़े में लपेटकर पूजा स्थान में रखें 
अपने घर का पूजा स्थान सबसे पवित्र होता है। ऐसे में यहां कुछ चीजें रखकर धन की हानि रोकी जा सकती है। वास्तु के अनुसार, धन हानि बहुत ज्यादा हो रही है तो मघा नक्षत्र में हरसिंगार (फूल और फल के बीच की जगह) के बांदे को पीले कपड़े में लपेटकर पूजा स्थान में रख लिया जाए तो लक्ष्मी जी की कृपा होती है।

इसके साथ ही यदि कार्यों में रुकावट आ रही है तो शतभिचा नक्षत्र में लाल रंग की घुंघची लाकर लाल कपड़े में लपेटकर कुछ दिनों के लिए अपने गले में धारण कर लें। धन लाभ के लिए सूर्य और चंद्रमा ग्रहण के सम शंखपुष्पी की जड़ घर लाकर अपने पूजा स्थान में रख सकते हैं।

इसके साथ ही दरिद्रता को अपने जीवन से दूर रखने के लिए 41 दिनों तक मां लक्ष्मी की प्रतिमा के आगे आंवला का भोग लगाएं। चुटकियों में आपकी दरिद्रता दूर हो जाएगी। इसके साथ ही आंवले के पेड़ में 41 दिनों तक जल चढ़ाने से दरिद्रता दूर होती है।

नवमी के दिन आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर मां लक्ष्मी की पूजा करने से दरिद्रता दूर होगी। घर में आंवले का पेड़ लगाने से भी आर्थिक नुकसान नहीं होता। वहीं बेल का पेड़ लगाने वाला व्यक्ति अकाल मृत्यु का शिकार और निर्धन नहीं होता। पीपल के आठ पेड़ लगाने से पितृ दोष दूर हो जाता है। इसी तरह आंवले के पांच पेड़ लगाने से सालों की दरिद्रता दूर हो जाती है। अकाल मृत्यु या रोग हो रहे हैं तो 11 बेलपत्र के पेड़ ऐसी जगह पर लगाएं जहां लोगों की पहुंच अच्छी तरह से हो। उसमें जल देना चाहिए। गंभीर बीमारियों का भय भी दूर हो जाएगा।