Vastu Tips: किचन में भूलकर भी न करें 5 रंगों का इस्तेमाल, वरना जीवन भर पीछा नहीं छोड़ेगा वास्तु दोष

वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा स्थान के बाद किचन ही एक ऐसी जगह है जहां मां लक्ष्मी का वास माना जाता है। यही वजह है कि वास्तु के जानकार चिकन से जुड़े वास्तु दोषों को लेकर सतर्क रहने की सलाह देते हैं। वास्तु शास्त्र में रंगों का भी विशेष महत्व बताया गया है। घर में इस्तेमाल किए जाने वाले रंगों का अलग-अलग महत्व है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, किचन में कुछ रंगों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। आइए जानते हैं उन रंगों के बारे में।

 

वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा स्थान के बाद किचन ही एक ऐसी जगह है जहां मां लक्ष्मी का वास माना जाता है। यही वजह है कि वास्तु के जानकार चिकन से जुड़े वास्तु दोषों को लेकर सतर्क रहने की सलाह देते हैं। वास्तु शास्त्र में रंगों का भी विशेष महत्व बताया गया है। घर में इस्तेमाल किए जाने वाले रंगों का अलग-अलग महत्व है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, किचन में कुछ रंगों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। आइए जानते हैं उन रंगों के बारे में।

किचन में न करें इन रंगों के इस्तेमाल
वास्तु शास्त्र के अनुसार, किचन में काला, नीला, हरा, बैंगनी और गहरा ग्रे रंग का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। दरअसल वास्तु शास्त्र के अनुसार, ये रंग किचन के लिए शुभ नहीं माने गए हैं। ये रंग किचन मौजूद सकारात्मक ऊर्जा का भी प्रभावित कर सकते हैं। चूंकि किचन में घर के प्रत्येक सदस्य के लिए भोजन तैयार किया जाता है, इसलिए यहां सफेद, नारंगी, हरा, पीला और भूरा रंग का प्रयोग करना शुभ साबित होगा। ऐसे में किचन में आलमारी, स्लैब इत्यादि इन्हीं में से किसी एक रंग का बनवाना चाहिए।

किचन में न लगवाएं काले पत्थर
आजकल अक्सर लोग किचन में काले रंग के पत्थर लगाते हैं। हालांकि सुंदरता के लिए तो यह कुछ हद तक सही हो सकत है, मगर वास्तु के दृष्टिकोण से यह बिल्कुल विपरीत है। ऐसे में किचन में कभी भी काले रंग का पत्थर नहीं लगवाना चाहिए। दरअसल किचन में लगा हुआ काले रंग का पत्थर मानसिक अशांति और बीमारी को बढ़ावा देता है।