Vastu Tips: मामूली सा जूता बर्बाद कर सकता है आपकी जिंदगी, गलती से भी न करें ये काम

 आजकल लोगों के बीच वास्तु शास्त्र का काफी लोकप्रिय है और घर बनवाने से लेकर उसकी साज-सज्जा तक सबकुछ वास्तु के अनुसार ही तय किया जाता  है। कहते हैं कि वास्तु में बताए गए नियमों का पालन करने से व्यक्ति के जीवन से निगेटिविटी दूर हो जाती है और पॉजिटिविटी आती है। साथ ही आस-पास का माहौल भी खुशनुमा रहता है,लेकिन वहीं एक छोटी सी गलती आपको मुश्किल में डाल सकती है। वैसे तो जूता एक बहुत ही साधारण सी चीज है लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार यह मामूली सा जूता व्यक्ति के जीवन पर काफी प्रभाव डालता है। आइए जानते हैं वास्तु में बताए गए जूते-चप्पल से जुड़े कुछ नियम-
 
 

 आजकल लोगों के बीच वास्तु शास्त्र का काफी लोकप्रिय है और घर बनवाने से लेकर उसकी साज-सज्जा तक सबकुछ वास्तु के अनुसार ही तय किया जाता  है। कहते हैं कि वास्तु में बताए गए नियमों का पालन करने से व्यक्ति के जीवन से निगेटिविटी दूर हो जाती है और पॉजिटिविटी आती है। साथ ही आस-पास का माहौल भी खुशनुमा रहता है,लेकिन वहीं एक छोटी सी गलती आपको मुश्किल में डाल सकती है। वैसे तो जूता एक बहुत ही साधारण सी चीज है लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार यह मामूली सा जूता व्यक्ति के जीवन पर काफी प्रभाव डालता है। आइए जानते हैं वास्तु में बताए गए जूते-चप्पल से जुड़े कुछ नियम-
भूलकर भी न करें ये गलती

वास्तु शास्त्र के अनुसार इस बात का विशेष ध्यान रखें कि कभी किसी को उपहार में जूते न दे। ऐसा करना अशुभ माना जाता है और इसकी वजह से व्यक्ति को आर्थिक संकटों का सामना करना पड़ता है। 

ध्यान रखें कि अगर आप किसी इंटरव्यू या व्यापार से जुड़े कार्य के लिए बाहर जा रहे हैं तो फटे या गंदे जूते न पहनें। इसका भी जीवन पर अशुभ प्रभाव पड़ता है। इसकी वजह से असफलता का मुंह देखना पड़ सकता है। 

ऑफिस में कभी भी भूरे यानि ग्रे रंग के जूते पहनकर नहीं जाना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसा करने से कार्यों में बाधाएं उत्पन्न होती हैं और चाहकर भी सफलता नहीं मिल पाती। 

ध्यान रखें कि जूतों पर हमेशा पॉलिश बनी रहनी चाहिए। क्योंकि जूतों की चमक दूसरों पर आपके व्यक्तित्व का बहुत गहरा असर छोड़ती है। 

कई लोग घर में घुसते ही अपने जूते-चप्पल इधर-उधर फेंक देते हैं जो कि वास्तु के अनुसार गलत माना गया है। ऐसा करने से शत्रुओं की संख्या बढ़ती है और शत्रु हमेशा परेशान करते रहते हैं। 

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में जूतों के लिए हमेशा एक अलग स्थान होना चाहिए और घर में बाहर की चप्पलों को पहनकर नहीं घूमना चाहिए। 

कहते हैं कि रसोई में मां अन्नापूर्णा का वास होता है जो कि मां लक्ष्मी का ही अवतार हैं। इसलिए रसोई में जूते-चप्पल पहनकर नहीं जाना चाहिए। 

घर में शू रैक रखने के लिए दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम, उत्तर-पश्चिम या पश्चिम दिशा को शुभ माना गया है। साथ ही ध्यान रखें जूते हमेशा ढककर रखने चाहिए।