सावन खत्म होने में बचे हैं बस इतने दिन शेष, कर लें ये खास उपाय, नहीं आएगा सालभर कोई बड़ा संकट
 

सावन का महीना खत्म होने में सिर्फ 3 दिन बाकी बचे हैं।अगर आप अभी तक भगवान शिव का अभिषेक नहीं कर पाए हैं तो अगले तीन दिन में शिवाभिषेक के साथ ये खास उपाय कर लें। यदि इन 3 दिनों में ये उपाय नहीं पाए को आपको फिर पूरे 1 साल का इंतजार करना होगा। सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। इस महीने में सभी शिव भक्त भगवान शिव की पूजा-अर्चना करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। 

 

सावन का महीना खत्म होने में सिर्फ 3 दिन बाकी बचे हैं।अगर आप अभी तक भगवान शिव का अभिषेक नहीं कर पाए हैं तो अगले तीन दिन में शिवाभिषेक के साथ ये खास उपाय कर लें। यदि इन 3 दिनों में ये उपाय नहीं पाए को आपको फिर पूरे 1 साल का इंतजार करना होगा। सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। इस महीने में सभी शिव भक्त भगवान शिव की पूजा-अर्चना करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। सावन के अंतिम 3 दिन शेष रह गए हैं तो आप इन उपायों को करके भगवान शिव को प्रसन्न कर सकते हैं। इससे आपको सालभर जीवन में किसी प्रकार के कष्ट का सामना नहीं करना पड़ेगा। सभी शिव भक्त शनिवार और सोमवार को भी भगवान शिव का जलाभिषेक कर सकते हैं। सोमवार को सावन का आखिरी दिन है और रक्षाबंधन के साथ ही सावन खत्म हो जाएगा। 

सावन के आखिरी सोमवार को करें ये उपाय
सावन खत्म होने से पहले शिवलिंग का पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और शक्कर) से अभिषेक करें और शिवलिंग को गंगा जल से स्नान कराएं और बेलपत्र चढ़ाएं। 

सावन के आखिरी सोमवार को 108 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करेंऔर मंत्र जाप करते समय मन को एकाग्र रखें। इससे मन को शांति मिलती है और जीवन सुखदायी हो जाता है।
 
सावन के आखिरी सोमवार के दिन शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करने से शिव जी प्रसन्न होते हैं और इस स्तोत्र का पाठ करने से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती है। 

सावन सोमवार के दिन अपने निकटतम शिव मंदिर में जाकर दर्शन करें और भगवान शिव को पुष्प अर्पित करें इसके अलावा जरूरतमंदों को भोजन, कपड़े या धन दान करें और पशु-पक्षियों को दाना-पानी दें। इन उपायों को करने से आपको शिव जी का आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है। 

सावन सोमवार व्रत का महत्व
पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस महीने में माता पार्वती ने भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए कठोर व्रत किया था।इस तप के फलस्वरूप ही इस माह में माता पार्वती और शिवजी का मिलन हुआ था। ऐसा कहा जाता है कि इसी कारण सावन का महीना भगवान शिव का बेहद प्रिय है। इस पूरे महीने सभी भगवान शिव को जल अर्पित करते हैं। इस दौरान भगवान शिव अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं और जीवन में आने वाले कष्टों से सामना करने की ताकत देते हैं।