Raksha Bandhan: 90 साल में पहली बार रक्षाबंधन पर बन रहा है ऐसा संयोग, जानिए क्या है इसका लाभ
रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के बीच प्रेम का त्योहार है और इस दिन भाई और बहन के पावन रिश्ते को एक पर्व के रूप में मनाया जाता है। इस त्योहार में समय की बहुत महत्ता रहती है। इस बार भी चर्चा तेज है कि राखी बांधने का समय क्या होगा। इसके साथ ही इस बार तो रक्षाबंधन के मौके पर ऐसा शुभ मुहूर्त निकला है जो पिछले 90 सालों में नहीं निकला। आइये जानते हैं कि क्या है ये मुहूर्त और इसके फायदे क्या हैं।
रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के बीच प्रेम का त्योहार है और इस दिन भाई और बहन के पावन रिश्ते को एक पर्व के रूप में मनाया जाता है। इस त्योहार में समय की बहुत महत्ता रहती है। इस बार भी चर्चा तेज है कि राखी बांधने का समय क्या होगा। इसके साथ ही इस बार तो रक्षाबंधन के मौके पर ऐसा शुभ मुहूर्त निकला है जो पिछले 90 सालों में नहीं निकला। आइये जानते हैं कि क्या है ये मुहूर्त और इसके फायदे क्या हैं।
90 साल बाद आया संयोग
कई ज्योतिषियों का मानना है कि 2024 में रक्षाबंधन के मौके पर इस बार 4 बड़े संयोग बन रहे हैं। इस दिन रवि योग, सर्वार्थ सिद्ध योग, शोभन योग और श्रवण नक्षत्र का महासंयोग बन रहा है। इन चार संयोग का बनना अपने आप में खास है और इस वजह से ही इस दिन को काफी शुभ माना जा रहा है। साथ ही इसकी महत्ता इसलिए भी दोगुनी हो गई है क्योंकि ऐसा 90 सालों में कभी भी नहीं हुआ है।
कब नहीं बांधनी चाहिए राखी
ये सवाल हमेशा सभी के मन में रहता है कि आखिर राखी किस समय बांधनी चाहिए। पंडितों का ऐसा मानना है कि कभी भी भद्रा काल में राखी नहीं बांधनी चाहिए। कभी भी रक्षा सूत्र को गलत समय पर नहीं बांधा जाना चाहिए। इसे अशुभ माना जाता है और इसके कई सारे बुरे परिणाम भी देखने को मिलते हैं। इसका भाई के स्वास्थ्य और निजी जीवन पर तो नकारात्मक प्रभाव पड़ता ही है साथ ही भाई-बहन के रिश्तों पर भी इसका असर पड़ता है।
कौन सा मुहूर्त है शुभ
इस बार राखी का त्योहार 19 अगस्त के दिन मनाया जा रहा है। सुबह 5 बजकर 53 मिनट से लेकर दोपहर के 1 बजकर 32 मिनट तक भद्राकाल का समय है। इस अंतराल में राखी बांधना अशुभ है और इस समय से बचने की जरूरत है। इसके बाद से बहन, अपने भाई को राखी बांध सकती है।