Nirjala Ekadashi 2025: निर्जला एकादशी के दिन भूलकर भी न करें ये 5 गलतियां, नहीं मिलेगा व्रत का फल!
निर्जला एकादशी का व्रत इस साल 6 जून के दिन रखा जाएगा. साथ ही, निर्जला एकादशी व्रत का पारण 7 जून को होगा. निर्जला एकादशी का सभी 24 एकादशी तिथियों में विशेष महत्व है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन निर्जला व्रत रखने से सभी एकादशी के जितना शुभ फल प्राप्त होता है.
निर्जला एकादशी का व्रत इस साल 6 जून के दिन रखा जाएगा. साथ ही, निर्जला एकादशी व्रत का पारण 7 जून को होगा. निर्जला एकादशी का सभी 24 एकादशी तिथियों में विशेष महत्व है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन निर्जला व्रत रखने से सभी एकादशी के जितना शुभ फल प्राप्त होता है.
निर्जला एकादशी का व्रत बहुत कठिन होता है और इसलिए इसके कुछ नियम भी होते हैं. इस दिन कुछ कार्यों को करना वर्जित माना गया है. अगर आप ये गलतियां करते हैं, तो आपको अशुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है. आइए जानें कि निर्जला एकादशी के दिन क्या नहीं करना चाहिए.
निर्जला एकादशी के दिन व्रत रखने वाले व्यक्ति को गलती से भी जल का सेवन नहीं करना चाहिए. अगर आप जल त्यागने में समर्थ नहीं हैं, तो निर्जला एकादशी का व्रत रखने से बचना चाहिए. निर्जला एकादशी व्रत में जल नहीं ग्रहण किया जाता है, इसलिए इसे सबसे कठिन एकादशी व्रत माना गया है.
निर्जला एकादशी के दिन व्रत रखने वालों को तामसिक चीजों से दूर रहना चाहिए. साथ ही जो लोग एकादशी का व्रत नहीं रख रहे हैं, उन्हें भी इस दिन मांस-मदिरा का सेवन करने से बचना चाहिए. एकादशी के दिन लहसुन-प्याज भी खाना बनाने में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
निर्जला एकादशी के दिन चावल का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए. एकादशी के दिन घर में किसी को भी चावल नहीं बनाने चाहिए और न ही खाने चाहिए. अगर किसी का व्रत नहीं भी है, फिर भी उसे एकादशी पर चावल खाने से बचना चाहिए.
निर्जला एकादशी के दिन लड़ाई-झगड़ा और वाद-विवाद से दूर रहना चाहिए. इसके कारण मन की शांति भंग हो सकती है, इसलिए व्रत के दौरान लोगों से दूर एकांत में वक्त बिताना चाहिए. निर्जला एकादशी के दिन बेजुबान जानवरों पर अत्याचार नहीं करना चाहिए.